छत्तीसगढ़ में संत कालीचरण महाराज के विरुद्द केस दर्ज किया गया है। आरोप है कि उन्होंने महात्मा गाँधी को लेकर एक धर्म संसद में अपमानजनक बातें कहीं। ये धर्म संसद 26 दिसंबर 2021 को रायपुर के रावण भाटा मैदान में आयोजित की गई थी।
Chhattisgarh | Case registered against Saint Kalicharan Maharaj for allegedly using derogatory words against Mahatma Gandhi at ‘Dharam Sansad’ held on December 26 in Raipur
— ANI (@ANI) December 27, 2021
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने मोहनदास करमचंद गाँधी का नाम लेकर उनकी हत्या का जायज ठहराया। साथ ही गोडसे को नमन किया। कथिततौर पर उन्होंने मंच से कॉन्ग्रेस नेताओं की आलोचना करते हुए हिंदू नेता चुनने की बात भी श्रोताओं से कही। इसके अलावा उन्होंने इस्लाम को लेकर कहा कि इस्लाम का मकसद राजनीति के जरिए देश पर कब्जा करने का है।
इस धर्मसंसद की वीडियो वायरल होने के बाद संत कालीचरण के खिलाफ छत्तीसगढ़ में ही टिकरापारा क्षेत्र में धारा 505(2), 294 IPC के तहत मामला दर्ज किया जा चुका है। ये शिकायत रायपुर के पूर्व महापौर और वर्तमान सभापति प्रमोद दुबे ने कराई है।
बता दें कि महात्मा गाँधी पर टिप्पणी करने के बाद संत कालीचरण के ख़िलाफ़़ कड़ी कार्रवाई की माँग की जा रही है। कई नेता उनके विरोध में ट्वीट कर रहे हैं। राहुल गाँधी ने भी आज महात्मा गाँधी का एक कोट शेयर किया है। आम आदमी पार्टी राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी वीडियो देख पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने पूछा है ये कि कौन है जो राष्ट्रपिता को गाली दे रहा है? मोदी जी इस पर कुछ बोलेंगे या दिल से माफ नहीं कर पाएँगे।
शिव तांडव स्त्रोत। सुनिए। … आज भी इतना असरदार है,… सोचिये प्राचीन काल में ये कितना अद्भुत रहा होगा। …आज तक मैंने तो किसी को ऐसा मंत्र पाठ करते नहीं सुना।… समझने की जरूरत ही नहीं। … बस सुनते रहिए।… समझ जाएंगे कि मंत्र शक्ति क्या है! …. महाराज कालीचरण जी की आवाज मे | pic.twitter.com/kTRNBOVcuF
— Milan choudhary (@milangurjar24) July 20, 2020
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष जुलाई माह के आसपास ही कालीचरण द्वारा गाया गया शिव तांडव स्त्रोत वायरल हुआ था। उस समय जगह-जगह उनकी वीडियो शेयर करके उनकी काफी सराहना हुई थी। बाद में उनकी आवाज में कई स्त्रोतों का पाठ किया गया। हालाँकि, अब एक साल बाद गाँधी पर टिप्पणी करने के कारण उनपर केस हो रहे हैं। कथिततौर पर उसी मंच पर महंत राम सुंदर ने भी उनका विरोध किया और ताली बजाने वालों से सवाल किया क्या गाँधी ‘गद्दार थे?’ हर$#^ थे? इन टिप्पणियों को सुनने के बाद महंत राम सुंदर ने खुद को इस धर्म संसद से अलग भी कर लिया, जिसके चलते उनकी काफी तारीफें हो रही हैं।
1: बापू को गाली देने वाला कालीचरण पिछले साल एमपी के शिव मंदिर में शिव तांडव स्त्रोत गाकर वायरल हुआ था.
— Nripendra Singh नृपेंद्र सिंह (@nripendra1784) December 26, 2021
2: बापू के सम्मान में खड़े होने वाले रामसुंदर दास जी पूर्व विधायक हैं. महंत है. गोसेवा आयोग के प्रमुख. उत्कृष्ट विधायक सम्मान जीत चुके हैं. pic.twitter.com/cwB3FDp3bb