भगवंत मान आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) में आम आदमी पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री उम्मीदवार हो सकते हैं। ऐसी चर्चा मीडिया में चल रही है। बताया जा रहा कि AAP ने अपने सीएम कैंडिडेट का नाम लगभग तय कर लिया है। सांसद भगवंत मान ( Bhagwant Mann ) के नाम पर पार्टी पीएसी की बैठक में मुहर लगने की बात कही जा रही है। माना जा रहा है कि पार्टी इसका ऐलान भी जल्द कर देगी। हालाँकि अब तक इसको लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
भगवंत मान 2014 में भी संगरूर से विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने में कामयाब रहे थे। वह आम आदमी पार्टी की पंजाब यूनिट के अध्यक्ष हैं। उनके समर्थक लगातार आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पर सीएम के चेहरे की घोषणा करने को लेकर दबाव बनाए हुए हैं। केजरीवाल के पंजाब दौरों के दौरान मान के समर्थक उनके समर्थन में नारेबाजी करते भी दिखे हैं। यह भी कहा जा रहा कि आपा 2017 की तरह इस बार भी बिना किसी चेहरे के मैदान में उतरने की गलती नहीं दोहराना चाहती है। बता दें कि 2017 में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव के वक़्त भी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर मान का नाम चला था।
मान का नाम कई विवादों से भी जुड़ा रहा है। जुलाई 2016 में उन पर सांसद हरिंदर खालसा ने सदन में शराब पीकर आने का आरोप लगाया था। खालसा भी आप से ही चुने गए थे लेकिन बाद में उन्हें पार्टी ने निलंबित कर दिया था। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से अपनी सीट बदलने की गुजारिश करते हुए कहा था कि वह मान के बगल वाली सीट पर नहीं बैठ सकते, क्योंकि उनके पास से शराब की बदबू आती है। उन्होंने इस मुद्दे को केजरीवाल के सामने पर भी उठाया था, लेकिन उन्होंने कोई सुनवाई नहीं की।
साल 2020 में कॉन्ग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के दो विधायकों ने भी मान पर शराब पीकर पंजाब विधानसभा में आने का आरोप लगाया था। कॉन्ग्रेस के विधायक कुशलदीप ढिल्लों (किक्की) ने कहा था कि मान को शराब पीने की आदत है और इसके नशे में वह पवित्र स्थान का भी ध्यान नहीं रखते हैं। वहीं शिरोमणि अकाली दल (SAD) के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने ने भगवंत मान पर माँ की सौगंध उठाने के बावजूद शराब पीने का आरोप लगाया था।