आज कन्नड़ (Kannada) अभिनेता यश (Yash) किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने कर्नाटक (Karnataka) की फिल्म इंडस्ट्री को पहली बार 250 करोड़ रुपए का स्वाद चखाया, जब दिसंबर 2018 में रिलीज हुई उनकी फिल्म ‘K.G.F: Chapter 1’ ने बॉक्स ऑफिस पर 250 करोड़ रुपए का आँकड़ा पार किया। यश ने शनिवार (8 दिसंबर, 2021) को अपना 36वाँ जन्मदिन (Birthday) मनाया। उन्होंने अपनी पत्नी और दोनों बच्चों के साथ मिल कर अपना जन्मदिन मनाया। क्या आपको पता है कि उनके पिता अब भी एक बस ड्राइवर हैं।
सोशल मीडिया पर केक काटते हुए तस्वीर शेयर कर के अभिनेता ने लिखा, “जन्मदिन के मौकों ने मुझे कभी जोश नहीं दिलाया। मुझे आसपास ख़ुशी देख कर अच्छा लगता है। अपने दोनों बच्चों को देख कर। इस मौके पर मैं अपने हर के फैंस और शुभचिंतकों का उनके प्यार और आशीर्वाद के लिए धन्यवाद देना चाहूँगा। आशा करता हूँ कि सब कोई सुरक्षित हो। अपना ध्यान रखें।” यश का जन्म 8 जनवरी, 1986 को हासन जिले के भुवानाहल्ली गाँव में हुआ था।
उनका असली नाम नवीन कुमार गौड़ा है। उनके पिता अरुण कुमार गौड़ा ‘कर्नाटक ट्रांसपोर्ट बस सर्विस (KTBS)’ में ड्राइवर थे और अब भी उन्होंने नौकरी नहीं छोड़ी है। एसएस राजामौली ने भी एक कार्यक्रम में बताया था कि कैसे उनके लिए यश के पिता उनके लिए यश से भी बड़े स्टार हैं। उन्होंने अभिनेता बनने के लिए पढ़ाई-लिखाई छोड़ दिया था। स्कूल के दौरान एक फिल्म के दृश्य के मंचन के दौरान लोगों की प्रशंसा ने उन्हें मन में एक्टर बनने का सपना देखा।
12वीं पूरी करने के बाद उन्होंने एक नाटक मंडली में शामिल होकर अभिनय के गुर सीखने शुरू कर दिए। परिवार ने शुरुआत में उनसे कहा कि वो अभिनेता बनने न जाएँ, लेकिन वो बेंगलुरु निकल गए। यश के माता-पिता ने तब उनसे सम्बन्ध तक तोड़ने की बात की, लेकिन आज यही परिवार उन्हें सिर-आँखों पर रखता है। 300 रुपए लेकर बेंगलुरु आए यश ने काम के लिए कई दिनों तक चक्कर काटे कभी बैकग्राउंड अस्सिस्टेंट, कभी स्टेज मैनेज करने वाला तो कभी अस्सिस्टेंट डायरेक्टर बन कर उन्होंने गुजरा चलाया।
करियर की शुरुआत उन्होंने टीवी से की, जिसके बाद फिल्मों में आ गए। ‘नन्द गोकुला’ उनकी पहली टीवी सीरियल थी और ‘जम्भदा हुदुगी’ फिल्म में उन्हें पहली बार एक छोटा सा रोल मिला। उन्होंने ‘केजीएफ’ के बारे में कहा था कि उन्होंने रॉकी के किरदार को जिया है। इसका दूसरा भाग जल्द आने वाला है। इसमें संजय दत्त और रवीना टंडन भी मुख्य किरदार में हैं। राजामौली ने ही बताया था कि उन्हें पता चला है कि आज भी यश के पिता ने बस ड्राइवर के प्रोफेशन को छोड़ा नहीं है।