विश्व के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) ऑस्ट्रेलियन ओपन (Australian Open) खेलने मेलबर्न पहुँचे, लेकिन वहाँ उन्हें आव्रजन हिरासत में ले लिया गया है। जोकोविच पर आरोप है कि उन्होंने कोरोना का टीका नहीं लगवाने के कारण उनकी वीजा दूसरी बार रद्द हो गई है। इसको लेकर उन्होंने शनिवार (15 जनवरी 2022) को हाईकोर्ट में अपील की है। इस मामले में रविवार को सुनवाई होगी। इसके बाद ही तय हो पाएगा कि वो सोमवार से शुरू होने वाले मैच खेलेंगे या उन्हें वापस सर्बिया भेज कर तीन साल के लिए बैन लगाया जाएगा।
इस मामले पर ऑस्ट्रेलिया के आव्रजन मंत्री एलेक्स हॉक ने कहा है कि जोकोविच के इस रवैये के कारण देश में टीका विरोधी भावना बढ़ सकती है। वे देश में ‘नागरिक अशांति’ का खतरा हैं। कोरोना के टीके का विरोध करने वाले लोग उन्हें अपने रोल मॉडल की तरह देखते हैं। उधर जोकोविच ने दलील दी कि वो हाल ही में कोरोना संक्रमित हुए थे। इसलिए उनसे किसी को भी संक्रमण फैलने की आशंका फिलहाल न के बराबर है।
ऑस्ट्रेलिया में कोरोना के टीके के खिलाफ कई रैलियाँ और विरोध प्रदर्शन हुए हैं। टीका नहीं लेने के कारण कम्युनिटी ट्रांसमिशन खतरा है। वहीं, विक्टोरिया प्रांत की सरकार ने 17 जनवरी से शुरू हो रहे ऑस्ट्रेलियन ओपन में सिर्फ उन्हीं खिलाड़ियों, अधिकारियों और दर्शकों को प्रवेश की अनुमति दी है, जिन्हें कोरोना के दोनों टीके लग चुके हैं।
जोकोविच का इससे पहले भी वीजा रद्द हो चुका है। पिछले सप्ताह मेलबर्न पहुँचते ही ऑस्ट्रेलिया सीमा बल ने उनका वीजा रद्द कर दिया गया था। वे ऑस्ट्रेलियाई लोगों के लिए निर्धारित कोरोना टीकाकरण के कड़े नियमों से मेडिकल छूट के लिये जरूरी मानदंडों पर वह खरे नहीं उतरते थे। जोकोविच ने सोशल मीडिया पोस्ट में स्वीकार किया था कि उनके यात्रा विवरण में गलती थी, जो कि उनके एजेंट द्वारा की गई मानवीय भूल थी।
पाँच जनवरी को जोकोविच ऑस्ट्रेलिया पहुँचे थे। उस वक्त उनके पूरी तरह वैक्सीनेटेड (Corona Vaccine) नहीं होने के कारण उनके वीज़ा को भी रद्द कर दिया गया है। यह जानकारी ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन (Scott Morrison) ने 6 जनवरी (गुरुवार) को दी थी। ऑस्ट्रेलियन ओपन (Australian Open) में हिस्सा लेने के लिए पहुँचे जोकोविच को मेलबोर्न एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया था।
बता दें कि 34 साल के जोकोविच फिलहाल पुरुषों की रैंकिंग में पहले स्थान पर हैं। उन्होंने अपने करियर में 20 ग्रैंड स्लैम समेत कुल 84 खिताब जीते हैं। उनके पास कुल 1,154 करोड़ रुपये की इनामी राशि है।