कॉन्ग्रेस पार्टी से निलंबित नेता कराते आर त्यागराजन ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। त्यागराजन ने तमिलनाडु कॉन्ग्रेस कमिटी के मीडिया कोऑर्डिनेटर गोपन पर राहुल गाँधी के प्रेस मीट को 50,000 रुपए से 1,00,000 रुपए में बेचने का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि ऐसा कैसे हो सकता है? ये सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक है और वो इसकी शिकायत पुलिस आयुक्त से करेंगे।
Suspended Congress leader, Karate R. Thiagarajan: Tamil Nadu Congress Committee’s media coordinator Gopanna sold passes for Rahul Gandhi’s press meet for Rs50,000-1,00,000. How can this be done? This a huge security lapse. I will complaint about this to the Police Commissioner. pic.twitter.com/hTUMvyTbmU
— ANI (@ANI) June 29, 2019
त्यागराजन को पार्टी में पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी चिदंबरम का करीबी माना जाता था। उन्हें गुरुवार (जून 27, 2019) को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। पार्टी से निष्कासन पर कराते ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोला। उन्होंने बताया कि आंतरिक बैठक में 7 लोग थे, सभी ने डीएमके के खिलाफ अपनी अस्वीकृति व्यक्त की, लेकिन केवल उन्हें बलि का बकरा बनाया गया और उनके शब्दों को मीडिया में प्रकाशित किया गया। साथ ही त्यागराजन ने ये भी आरोप लगाया कि उन्हें बिना किसी नोटिस के पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया।
Suspended Congress leader, Karate R. Thiagarajan in Chennai: So far, I’ve not spoken a word against the party. In our internal meeting, 7 people raised their voice against DMK but only my words were published in the media. Without any notice I was suspended from the party. pic.twitter.com/m1JGWlZk45
— ANI (@ANI) June 29, 2019
कॉन्ग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने त्यागराजन के पार्टी से निष्कासन पर कहा कि अखिल भारतीय कॉन्ग्रेस समिति ने तमिलनाडु कॉन्ग्रेस के महासचिव द्वारा त्यागराजन के खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने और अनुशासन भंग करने के कारण अनुशासनात्मक कार्रवाई के प्रस्ताव को मंजूरी दी। इसके आधार पर उन्हें तुरंत प्रभाव से पार्टी से निलंबित कर दिया गया। आंतरिक बैठक में कराते त्यागराजन ने प्रस्ताव दिया था कि कॉग्रेस पार्टी को अपने गठबंधन सहयोगी डीएमके के बिना आगामी स्थानीय निकाय चुनाव अपने दम पर लड़ना चाहिए।