Sunday, December 22, 2024
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वोटिंग से दो दिन पहले सिख समुदाय के प्रमुख लोगों ने की PM मोदी से मुलाकात, दिल्ली से दिया पंजाब को सन्देश

पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक दो दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में अपने आवास पर देश भर के प्रमुख सिखों की मेजबानी की। इसके बाद उन्होंने सिख समुदाय के लोगों को संबोधित भी किया। 

पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक दो दिन पहले शुक्रवार (18 फरवरी 2022) को सिख समुदाय की कई बड़ी हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने शॉल ओढ़ाकर पीएम का अभिनंदन किया। प्रधानमंत्री ने दिल्ली में अपने आवास पर देश भर के प्रमुख सिखों की मेजबानी की। इसके बाद पीएम मोदी सिख समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए दिल्ली से पंजाब को संदेश देते हुए नजर आए। 

पीएम मोदी ने सिख नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। भाजपा के वरिष्ठ नेता मनजिंदर सिंह सिरसा भी उसका हिस्सा थे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा साझा की गई बैठक के एक वीडियो में सिख प्रतिनिधियों को प्रधानमंत्री को कृपाण भेंट करते देखा गया।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीएम मोदी से मिलने वाले सिखों में दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका, पद्म श्री बाबा बलबीर सिंह जी सिचेवाल (सुल्तानपुर लोधी), महंत करमजीत सिंह, अध्यक्ष, सेवापंथी, यमुना नगर; बाबा जोगा सिंह, डेरा बाबा जंग सिंह (नानकसर), करनाल; संत बाबा मेजर सिंह वा, मुखी डेरा बाबा तारा सिंह, अमृतसर; जत्थेदार बाबा साहिब सिंह जी, कार सेवा, आनंदपुर साहिब; सुरिंदर सिंह, नामधारी दरबार (भनी साहिब); बाबा जस्सा सिंह, शिरोमणि अकाली बुद्ध दल, पंजवा तख्त; डॉ हरभजन सिंह, दमदमी टकसाल, चौक मेहता; और सिंह साहिब ज्ञानी रणजीत सिंह जी, जत्थेदार तख्त, श्री पटना साहिब शामिल थे।

गौरतलब है कि इससे पहले प्रधानमंत्री ने घोषणा की थी कि इस वर्ष से सिख गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों के बलिदान को श्रद्धांजलि देने के लिए 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। उनके इस कदम का देश भर के विभिन्न सिख जत्थों, संगतों और आम-जन ने पत्र लिख कर प्रशंसा किया था। यह घोषणा गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व के शुभ अवसर पर की गई थी।

बता दें कि पंजाब में 117 सीटों के लिए रविवार (20 फरवरी 2022) सुबह 8 से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। शुक्रवार (18 फरवरी 2022) को चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। शाम को प्रचार का दौर खत्म हो जाएगा। 

उल्लेखनीय है कि बीजेपी गठबंधन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब में तीन रैलियाँ कर चुके हैं। 17 फरवरी को अबोहर में रैली को संबोधित करते हुए पीएम ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा यूपी-बिहार के लोगों को ‘भइया’ कहकर उन्हें राज्य में घुसने से रोकने वाले बयान पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ऐसा कहकर कॉन्ग्रेस ने गुरु गोबिंद सिंह जी की जन्मभूमि बिहार और संत रविदास की जन्मभूमि उत्तर प्रदेश को अपमानित किया है। 

सिखों के गुरु को याद करते हुए पीएम ने कहा, “मैं ये भी पूछना चाहता हूँ कि गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म कहाँ हुआ था? उनका जन्म पटना साहिब में हुआ था। हमारे गुरु महाराज गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म पटना, बिहार में हुआ और तुम कहते हो कि बिहार के लोगों को घुसने नहीं देेंगे? तो क्या तुम गुरु गोबिंद सिंह महाराज का अपमान करोगे? जिस मिट्टी में गुरु गोबिंद सिंह जी ने जन्म लिया, उस मिट्टी का अपमान करोगे? गुरु गोबिंद सिंह जी ने जिस मिट्टी में जन्म लेकर हमारी रक्षा की, वहाँ के लोगों को अपने प्रदेश में घुसने नहीं दोगे, ऐसी भाषा का प्रयोग करोगे क्या?” इस दौरान उन्होंने सिख दंगों की भयावहता को भी याद किया।

बता दें कि 15 फरवरी को चन्नी ने कॉन्ग्रेस नेता प्रियंका गाँधी (Priyanka Gandhi) के साथ पंजाब के रोपड़ में एक रैली को संबोधित किया था। चन्नी ने कहा था, “प्रियंका पंजाबियाँ दी बहू है। यूपी दे, बिहार दे, दिल्ली दे भईए आके इते राज नई कर दे। यूपी के भइयों को पंजाब में फटकने नहीं देना है।” पंजाबी में ‘भइये’ एक अपमानजनक शब्द है। यह शब्द यूपी के लोगों के लिए एक गाली की तरह है।  

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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