तेलंगाना की के. चंद्रशेखर राव (KCR) सरकार ने भारतीय सेना को धमकी दी है। केसीआर के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री केटी रामाराव (KTR) ने कहा है कि सिकंदराबाद छावनी में रहने वाले सेना के अधिकारियों की बिजली-पानी का कनेक्शन काट दिया जाएगा।
सेना के अधिकारियों को धमकाते हुए तेलंगाना के आईटी मंत्री और तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के कार्यकारी अध्यक्ष केटीआर ने राज्य विधानसभा में कहा, “जरूरत पड़ने पर हम छावनी सेना के सैन्य अधिकारियों की बिजली और पानी की आपूर्ति में कटौती करेंगे, क्योंकि जब चाहें सड़कों को बंद करना उचित नहीं है।”
"We will cut power and water supply if needed to military authorities (Cantonment limits) because it is not fair to close the roads whenever they want," said Telangana IT Minister and TRS working president KTR Rao in the State Legislative Assembly yesterday pic.twitter.com/fO30WrSiom
— ANI (@ANI) March 13, 2022
बता दें कि यहाँ पर सेना ने कैंटोनमेंट एरिया (छावनी क्षेत्र) में आने वाले 21 सड़कों को बंद करके उन्हें आर्मी एरिया में शामिल कर लिया है। केटीआर का दावा है कि इससे स्थानीय लोगों को आवाजाही में मुश्किल हो रही है।
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान केटीआर ने कहा कि स्थानीय आर्मी अफसरों द्वारा सड़कों को बंद करने और उनके द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यों से आम लोगों को परेशानी हो रही है। उन्होंने दावा किया कि कई इलाकों में लोगों के सुबह की सैर पर भी रोक लगा दी गई है।
उन्होंने कहा कि सेना के अधिकारियों ने बल्कापुर नाला पर चेक डैम बनाया है। इससे नदीम कॉलोनी में पानी भरने लगा है। ऑर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) गोलकुंडा किले के पास काम करने से राज्य सरकार को रोक रहा है। इस वजह से राज्य सरकार शतम टैंक से गोलकुंडा किले में पानी नहीं छोड़ पा रही है।
केटीआर ने कहा, “हमने सेना के लोगों को कई बार बताया है कि उनके काम से यहाँ पर आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हमारे अधिकारी उनके साथ बैठक करेंगे। अगर वह फिर भी नहीं समझते हैं तो हम कड़ा कदम उठाएँगे। अगर जरूरत तो पड़ी तो हम उनके इलाके की बिजली और पानी की सप्लाई भी काट देंगे।”
उन्होंने कहा कि इस संबंध में राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से भी शिकायत की है। बता दें कि राज्य सरकार केंद्र से लगातार माँग करती रही है कि सिकंदराबाद छावनी क्षेत्र को ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के साथ मिला दिया जाए।