राजस्थान (Rajasthan) के चुरू जिले के सुजानगढ़ के अंतर्गत आने वाले सालासर द्वार पर एक राम दरबार था, जिस पर प्रदेेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की अगुवाई वाली कॉन्ग्रेस सरकार ने बुल्डोजर चलवा दिया है। रात के अंधेरे में राम दरबार को तोड़े जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। घटना के बाद बीजेपी समेत हिंदू संगठनों ने प्रशासन के इसको लेकर कड़ा विरोध किया है।
बीजेपी विधायक राजेंद्र राठौड़ ने इस मसले को विधानसभा में उठाने की बात कही है। वहीं, राज्य बीजेपी ने ट्वीट कर गहलोत सरकार की इस कार्रवाई पर आक्रोश जताया है और इसे ‘निशाचरी करतूत’ बताया है। भाजपा ने कहा कि कॉन्ग्रेस की इस कार्रवाई को वह कभी भूलेगी नहीं।
कांग्रेस और अशोक गहलोत जी की नीति और नीयत…एक वो है जो श्री राम मंदिर बनाते हैं दूसरे वो हैं जो उसे कहीं भी निष्ठुरता से तोड़ते है… जो श्री राम का नहीं..वो किसी के काम का नहीं… https://t.co/aGsTMCsjwa
— Satish Poonia (@DrSatishPoonia) March 19, 2022
वहीं, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने राम दरबार तोड़े जाने पर कहा, “कॉन्ग्रेस और अशोक गहलोत जी की नीति और नीयत… एक वो हैं जो श्रीराम मंदिर बनाते हैं और दूसरे वो हैं, जो उसे कहीं भी निष्ठुरता से तोड़ते है… जो श्री राम का नहीं, वो किसी के काम का नहीं।”
इस मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, “प्रभु श्रीराम को काल्पनिक बताने वाली कॉन्ग्रेस अपना अस्तित्व खतरे में देख मंदिर जाने का दिखावा करने लगी, लेकिन असलियत छिपाए नहीं छिपती। सुजानगढ़ में प्रवेश द्वार को गिराते हुए यह ध्यान नहीं रखा गया कि वहाँ राम दरबार बना हुआ है। इस तरीके को कौन सच्चा हिंदू स्वीकार करेगा?”
प्रभु श्रीराम को काल्पनिक बताने वाली कांग्रेस अपना अस्तित्व खतरे में देख मंदिर जाने का दिखावा करने लगी लेकिन असलियत छिपाए नहीं छिपती।
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) March 20, 2022
सुजानगढ़ में प्रवेश द्वार को गिराते हुए यह ध्यान नहीं रखा गया कि वहां राम दरबार बना हुआ है। इस तरीके को कौन सच्चा हिंदू स्वीकार करेगा? pic.twitter.com/RaWqCjCE6L
क्या है मामला
सालासर-सुजानगढ़ मार्ग को फोर लेन को बनाया जाना है। इसी मार्ग पर राम दरबार की मूर्तियों वाला पत्थर का भव्य प्रवेश द्वार बना हुआ है। मंगलवार (15 मार्च 2022) को ठेकेदार ने इसे जेसीबी से ढहा दिया। अगले दिन इसकी सूचना मिलते ही पहुँचे हिंदू संगठनों ने हंगामा शुरू किया तो PWD के अधिकारी एईएन बाबूलाल वर्मा और जेईएन नंदलाल मुवाल ने माफी माँग ली। साथ ही कहा कि ये गलती से हो गया है, लेकिन जब भी प्रवेश द्वार बनाया जाएगा तो उसमें राम दरबार की मूर्तियों को लगा दिया जाएगा।