गोरखनाथ मंदिर में घुसने का प्रयास कर पुलिसकर्मियों पर हमला बोलने वाले मुर्तजा अब्बासी का केस एंटी टेररिज्म स्क्वॉयड को दे दिया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि वो इस मामले में आतंकी एंगल को नकार नहीं सकते हैं इसलिए ये केस ATS को दिया जा रहा है।
गोरखपुर के एडीजी (लॉ एंड ऑ्डर) प्रशांत कुमार ने मीडिया को बताया कि जबरन मंदिर में घुसने वाले मुर्तजा ने पुलिसकर्मियों पर धारदार हथियार से वार किया था। ये केस एटीएस को दे दिया गया क्योंकि इसमें आतंकी एंगल को मना नहीं किया जा सकता। मामले की विस्तृत पड़ताल शुरू कर दी गई है।
#BreakingNow: गोरखपुर हमले को लेकर यूपी पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस
— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) April 4, 2022
अपर मुख्य सचिव गृह @AwasthiAwanishK बोले- इसे आतंकी हमला कहा जा सकता है
यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का बयान- एक बड़ी साजिश की तैयारी थी@himanshdxt #GorakhnathTempleAttack #Gorakhpur pic.twitter.com/GmIMBppN3b
राज्य के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने इस घटना को आतंकी बताया है। जबकि एडीजी प्रशांत कमार ने इस घटना पर कहा है कि एक बड़ी साजिश की तैयारी थी। उन्होंने बताया कि आरोपित के पास से सनसनीखेज दस्तावेज बरामद हुए हैं। आगे जैसे जैसे जाँच बढ़ेगी सारी सूचना दी जाएगी।
Not ruling out terror angle, UP govt hands over Gorakhnath Temple incident to ATS
— ANI Digital (@ani_digital) April 4, 2022
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एसएसपी गोरखपुर ने कहा, “आरोपित ने गोरखनाथ धाम मंदिर में मजहबी नारे लगाते हुए एंट्री की और जब पुलिस ने उसे रोका तो उन पर तेज धार वाले हथियार से वार किया। घटना में दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।” एसएसपी ने जानकारी दी कि इस केस को आईपीसी की धारा 301 और क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट 1932 की धारा 7 के तहत दर्ज करके जाँच की जा रही है। वहीं प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने भी इस मामले पर संज्ञान लिया है।
बता दें कि आरोपित मुर्तजा अब्बासी का घर गोरखपुर सिविल लाइंस के सिटी मॉल के सामने वाली गली में अब्बासी नर्सिंग होम के पास है। उसके अब्बा का नाम मनीर मुर्तजा है। उसने केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। पुलिस का कहना है कि चूँकि हमलावर मजहबी नारे लगा रहा था। इस कारण से इसके टेरर एंगल की भी जाँच करवाई जा रही है। इस जाँच में ATS शामिल है। हमलावर के पास से मोबाइल फोन, लैपटॉप, एयर टिकट के अलावा भी कुछ चीजें पुलिस को मिली हैं जिसकी जानकारी वह अभी नहीं दे सकते हैं।
इस घटना के चश्मदीद रमेश सिंह हैं जो होमगार्ड में जवान हैं और घटना के समय वो घटनास्थल पर ही ट्रैफिक ड्यूटी संभाल रहे थे। उन्होंने बताया, “हमलावर बाँका (धारदार हथियार) गमछे में छिपा कर लाया था। उसने (मुर्तजा) ने अचानक ही ड्यूटी पर बैठे दोनों जवानों पर हमला कर दिया। इस से दोनों जवान घायल हो गए। इसके बाद उसने मुझ पर भी हमला करने का प्रयास किया। वो हथियार लहराते हुए अंदर जाने की कोशिश करने लगा पर वो पकड़ा गया।”