प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार (5 अप्रैल, 2022) को मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) की जाँच के सिलसिले में दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) के परिवार और कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क किया। जैन अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार में स्वास्थ्य, बिजली, गृह, पीडब्ल्यूडी, उद्योग, शहरी विकास, बाढ़, सिंचाई और पानी मंत्री हैं। ईडी ने 2018 में शकूर बस्ती के आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक से मामले के सिलसिले में पूछताछ भी की थी।
यह कार्रवाई AAP मंत्री सत्येंद्र जैन, उनकी पत्नी पूनम जैन और अन्य के खिलाफ दर्ज आय से अधिक संपत्ति और मनी लॉन्ड्रिंग मामले के संबंध में की गई थी। कानून प्रवर्तन एजेंसी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस बारे में जानकारी साझा की।
ED has provisionally attached immovable properties
— ED (@dir_ed) April 5, 2022
worth Rs. 4.81 Crore belonging to M/s Akinchan Developers Pvt. Ltd. ,M/s Indo Metal impex Pvt Ltd & others under PMLA, 2002 in a disproportionate assets case of Satyendra Kumar Jain & others.
कुर्क की गई 4.81 करोड़ रुपए की अचल संपत्तियाँ अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड, प्रयास इंफोसोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, जेजे आइडियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, वैभव जैन की पत्नी स्वाति जैन, अजीत प्रसाद जैन की पत्नी सुशीला जैन और सुनील जैन की पत्नी इंदु जैन की हैं।
गौरतलब है कि 25 अगस्त, 2017 को सीबीआई ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में सत्येंद्र जैन के खिलाफ FIR दर्ज की थी। ED ने इस FIR के आधार पर AAP नेता के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था। इसमें यह आरोप लगाया गया था कि जैन चार कंपनियों से मिली रकम के सोर्स के बारे में नहीं बता पाए। वह इन कंपनियों में शेयरहोल्डर थे।
जैन ने कथित तौर पर दिल्ली में कई फर्जी कंपनियाँ (Shell Companies) बनाई या खरीदी थीं। साथ ही कोलकाता के तीन हवाला ऑपरेटर के माध्यम से 54 फर्जी कंपनियाँ बनाई। इन कंपनियों के माध्यम से करीब 16.39 करोड़ रुपए का काला धन जुटाया गया था। सत्येंद्र जैन के पास प्रयास, इंडो और अकिंचन नाम की कंपनियों में बड़ी संख्या में शेयर थे। हालाँकि, रिपोर्ट के मुताबिक केजरीवाल की सरकार में मंत्री बनने के बाद 2015 में उनके सभी शेयर उनकी पत्नी को ट्रांसफर कर दिए गए थे।
इसके अलावा महाराष्ट्र में प्रवर्तन निदेशालय ने ₹1034 करोड़ के भूमि घोटाले मामले में एक्शन लेते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत की संपत्ति पर कार्रवाई की है। ईडी ने पात्रा चॉल घोटाला केस में एक्शन लेते हुए राउत की अलीबाग में 8 संपत्ति और दादर में 1 फ्लैट को कुर्क किया। जाँच एजेंसी का मानना है कि ये संपत्ति संजय राउत ने मनी लॉन्ड्रिंग के पैसों से खरीदी थी। उनके साथ इस केस में उनके करीबियों पर भी कार्रवाई हुई है।