झारखंड की राजधानी राँची के तमाड़ थाना क्षेत्र में बीते रविवार (जुलाई 14, 2019) को एक कैब ड्राइवर का गला रेत दिया गया था। ड्राइवर का रिम्स में इलाज चल रहा है। इस मामले में पुलिस ने मुहम्मद सैफ को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपित लोअर बाजार थाना क्षेत्र के पत्थलकुदवा रोड, मिलत नगर निवासी मोहम्मद सैफ है। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर चाकू, मोबाइल और सिम कार्ड बरामद किया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, हिंदपीढ़ी के नदी ग्राउंड के पास रहने वाले ओला ड्राइवर मो. शमशेर आलम (36) की रविवार की रात चार अज्ञात अपराधियों ने गला रेत हत्या करने की कोशिश की। लेकिन, शमशेर चंगुल से भाग निकला और तमाड़ के पास एक मंदिर के करीब जा गिरा। वहाँ एक व्यक्ति ने उसकी मदद की, अपना फोन दिया। फोन से शमशेर ने घर वालों को बताया कि वह परेशानी में है। फिर मदद करने वाले व्यक्ति ने ही तमाड़ थाना को सूचना दी।
पुलिस पहुँची और उसे पहले तमाड़ स्वास्थ्य केंद्र ले गई। यहाँ प्राथमिक इलाज के बाद शमशेर काे रिम्स में भर्ती कराया गया। डाॅक्टरों के अनुसार उसकी स्थिति गंभीर है। सोमवार को होश आने के बाद शमशेर ने पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी। गाड़ी से तीन मोबाइल मिले हैं, जिसमे दो शमशेर के हैं और एक घटना अंजाम देने वालाें के।
होश आने पर शमशेर ने परिवार वालों को बताया कि दो लोगों ने जमशेदपुर जाने के लिए कैब बुक कराई। कांटाटोली में बैठे। आगे बढ़ने पर दो लोग जबरन आकर बैठ गए। तमाड़ के पास पीछे से दो लोगो ने पकड़ लिया और गला रेतने लगे। शमशेर ने इस पर गाड़ी खेत में घुसा दी और खुद गाड़ी से कूद कर भागते वक़्त एक मंदिर के पास गिर गया।
एसएसपी अनीश गुप्ता के निर्देश पर ग्रामीण एसपी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। बुक कराए गए मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपित मोहम्मद सैफ को मिलत कॉलोनी से पकड़ा गया। उसने पुलिस के समक्ष अपनी संलिप्तता स्वीकार की। पुलिस को उसने एक अन्य नाबालिग सहयोगी का नाम भी बताया है। पुलिस उसको गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है। छापेमारी टीम में बुण्डू डीएसपी अशोक रविदार, सिल्ली डीएसपी चन्द्रशेखर, थाना प्रभारी बुण्डू राजकुमार यादव, तमाड़ा थाना प्रभारी चन्द्रशेखर आजाद और सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।
पूरा मामला
14 जुलाई के रात मोहम्मद फैज ने टाटा जाने के लिए Ola कैब बुक की थी। 15 जुलाई को हिन्दपीढ़ी के रहने वाले शमशेर कांटाटोली चौक पहुँचे और दोनो आरोपित उसमें सवार हुए और गाड़ी टाटा ले जाने को कहा। उलीडीह गाँव के पास पीछे बैठे मोहम्मद सैफ ने चाकू से शमशेर पर हमला कर दिया। अचानक हुए हमले से शमशेर ने गाड़ी से नियंत्रण खो दिया जिस कारण गाड़ी खेत में जा गिरी। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, इसके बाद शमशेर को मृत समझ गाड़ी से बाहर फेंक दिया और कार लेकर भागने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो पाए।
अस्पताल में शमशेर को धार्मिक नारे लगवाने की बात कहने के लिए उकसाया गया
पुलिस का कहना है कि हालाँकि शमशेर ने FIR में कहीं भी उसे धार्मिक नारे लगाने के लिए मजबूर करने की बात नहीं कही है, लेकिन कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं कि यह प्रकरण धार्मिक नारे लगवाने से सम्बंधित है। पुलिस का कहना है कि उन लोगों की तलाश की जा रही है, जो इस मामले में धार्मिक रंग डालकर अफवाह फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक अपराधी पेशेवर नहीं हैं। घटना कार लूटने के लिए अंजाम दी गई। सबसे पहले ओला कैब बुक किया गया था ताकि सुनसान इलाके में जाकर लूट की घटना को अंजाम दिया जा सके। जिसका विरोध करने पर शमशेर का गला रेता गया।