प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (10 जुलाई, 2022) को ‘रामकृष्ण मिशन’ के अध्यक्ष रहे स्वामी आत्मस्थानंद की जन्म शताब्दी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने स्वामी रामकृष्ण परमहंस को याद करते हुए कहा कि वो एक ऐसे संत थे जिन्होंने माँ काली का स्पष्ट साक्षात्कार किया था और उनके चरणों में अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया था। वो कहते थे कि ये संपूर्ण जगत, ये चराचर – ये सब कुछ माँ की चेतना से व्याप्त था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यही चेतना पश्चिम बंगाल की काली पूजा और पूरे भारत की आस्था में दिखती है। उन्होंने कहा कि इसी चेतना और शक्ति-पूंज को स्वामी विवेकानंद जैसे युगपुरुषों के रूप में स्वामी रामकृष्ण परमहंस ने प्रदीप्त किया था। पीएम मोदी ने कहा कि रामकृष्ण परमहंस को माँ काली की जो अनुभूति और आध्यात्मिक दर्शन हुए, उसने उनके भीतर असाधारण ऊर्जा और सामर्थ्य का संचार किया था।
प्रधानमंत्री ने कहा, “स्वामी विवेकानंद जैसा ओजस्वी व्यक्तित्व, इतना विराट चरित्र, लेकिन जगन्माता काली की स्मृति में, उनकी भक्ति में एक छोटे बच्चे के समान विह्वल हो जाते थे। भक्ति की ऐसी ही निश्चलता और शक्ति साधना का ऐसा ही सामर्थ्य मैं हमेशा आत्मस्थानंद के रूप में देखता था। उनकी बातों में भी माँ काली की चर्चा होती रहती थी। जब भी बेलूर मठ जाना हो और गंगा किनारे बैठ कर माँ काली का मंदिर दिखता था तो एक लगाव बन जाता था।”
उन्होंने कहा कि जब आस्था इतनी पवित्र होती है तो शक्ति साक्षात् हमारा पथ प्रदर्शित करती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि माँ काली का वो असीमित और असीम आशीर्वाद हमेशा भारत के साथ है और देश इसी आध्यात्मिक ऊर्जा को लेकर आज विश्व कल्याण की भावना से आगे बढ़ रहा है। बता दें कि 21 मई, 1919 को दिनाजपुर में जन्मे स्वामी आत्मस्थानंद म्यांमार में भी अस्पताल बनवाया था। भारत, नेपाल और बांग्लादेश में उन्होंने कई राहत व पुनर्मुक्ति अभियान चलाए।
पीएम मोदी द्वारा माँ काली का जिक्र करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि माँ काली के एक फिल्म पोस्टर को लेकर देश भर में विवाद छिड़ा हुआ है, जिसमें देवी को सिगरेट और LGBTQ झंडे के साथ दिखाया गया है। TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने लीना मणिमेकलई की इस फिल्म का समर्थन करते हुए माँ काली को मांस खाने वाली और शराब पीने वाली बता दिया, जिस बयान से तृणमूल कॉन्ग्रेस ने खुद को अलग कर लिया। शशि थरूर ने उनका समर्थन किया। इधर लीना ने माफ़ी माँगने की बजाए उल्टा माँ काली को समलैंगिक बताते हुए कह दिया कि वो पितृसत्ता में थूकती है और हिंदुत्व का विनाश करती है।