मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित महात्मा गाँधी मेडिकल कॉलेज (MGM) में रैगिंग की घटना सामने आई है। फर्स्ट ईयर के छात्रों ने थर्ड ईयर के सीनियर्स पर रैगिंग और प्रताड़ना का आरोप लगाया है। इन छात्रों को कथित तौर पर तकिए के साथ सेक्स करने के लिए कहा गया। सहपाठी लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार को मजबूर किया गया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक MGM के पीड़ित छात्रों ने इसकी शिकायत UGC की एंटी रैगिंग हेल्पलाइन में की। UGC ने इसकी सूचना कॉलेज के डीन को दी। MGM मेडिकल कॉलेज के डीन संजय दीक्षित के मुताबिक, “एक लड़के ने UGC की एंटी रैगिंग हेल्पलाइन पर कुछ दिनों पहले शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत का संज्ञान लेते हुए फ़ौरन ही एंटी रैगिंग टीम की मीटिंग करवाई गई। मीटिंग के बाद कमेटी ने घटना की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई। FIR संयोगिता गंज थाने में दर्ज हुई है।
SHO तहजीब काज़ी ने के मुताबिक 8-10 छात्रों के खिलाफ IPC की धारा 294, 323 और 506 के तहत FIR दर्ज की गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने 700 छात्रों से पूछताछ की तैयारी की है। इनके बयानों को गोपनीय रखा जाएगा।
नई दुनिया की रिपोर्ट के अनुसार एमजीएम मेडिकल कॉलेज के जूनियर्स को उनके सीनियर गीता भवन क्षेत्र के फ्लैटों पर बुलाते थे। वहीं उनकी रैगिंग की जाती थी। जूनियर छात्रों को समूह में बुलाया जाता था। घंटों खड़ा रखकर एक-दूसरे को थप्पड़ मारने के लिए मजबूर किया जाता। इस दौरान सीनियर धड़ल्ले से अपशब्दों का इस्तेमाल भी करते थे।
रतलाम में भी रैगिंग
इंदौर के अलावा रतलाम मेडिकल कॉलेज से भी रैगिंग की खबर आई है। यहाँ जूनियर छात्रों को थप्पड़ मारे गए। बताया जा रहा है कि रैगिंग की शिकायत मिलने पर जब वार्डन डॉ. अनुराग जैन हॉस्टल पहुँचे तब उनके ऊपर भी शराब की बोतलें फेंकी गई। घटना की शिकायत कॉलेज की अनुशासन समिति से की है। रैंगिंग करने वाले छात्रों की पहचान कर ली गई है।
मध्य प्रदेश के राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने 30 जुलाई 2022 (शनिवार) को इन घटनाओं का संज्ञान लेते हुए जाँच और कार्रवाई का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा, “नियमानुसार रैंगिंग पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इसके बावजूद हमें शिकायत मिली है। आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हम इस घटना की गहनता से जाँच कर रहे हैं। ऐसे मामलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
Madhya Pradesh | As per the law, ragging is absolutely banned. If such a complaint has been received, then stringent action will be taken. We’ll investigate the matter. Such incidences are not at all acceptable: Vishvas Kailash Sarang, Minister of Medical Education pic.twitter.com/KMJ6I8tt1M
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) July 30, 2022