Sunday, September 8, 2024
Homeदेश-समाजश्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा तोड़ी, Article 370 हटाने के लिए दे दी थी...

श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा तोड़ी, Article 370 हटाने के लिए दे दी थी अपनी जान

शाहपुरा पुलिस स्टेशन के इंचार्ज ने बताया कि मुखर्जी की मूर्ति को कुछ अज्ञात शरारती तत्वों ने रविवार की रात तोड़ दिया। जाँच के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है, जल्द ही आरोपित पकड़ लिए जाएँगे।

कॉन्ग्रेस शासित राजस्थान में कुछ असामाजिक तत्वों ने जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा तोड़ दी। घटना भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा इलाके की है। पुलिस मामले की जाँच कर रही है।

आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटाने को लेकर मुखर्जी ने ही लड़ाई शुरू की थी। इसी दौरान जम्मू-कश्मीर में उनकी संदेहास्पद स्तिथियों में मौत हो गई थी।

शाहपुरा पुलिस स्टेशन के इंचार्ज ने बताया कि मुखर्जी की मूर्ति को कुछ अज्ञात शरारती तत्वों ने रविवार (अगस्त 11, 2019) की रात तोड़ दिया। जाँच के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है, जल्द ही आरोपित पकड़ लिए जाएँगे।

मुखर्जी की मूर्ति तोड़ने की घटना से भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में काफी आक्रोश है। इस घटना को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाने से जोड़कर भी देखा जा रहा है।

पिछले दिनों केन्द्र की मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के देश में एक विधान, एक निशान व एक प्रधान के सपने को पूरा किया है। पुलिस स्थानीय लोगों के बयानों के आधार पर प्रतिमा क्षतिग्रस्त करने वालों तक पहुँचने की कोशिश कर रही है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -