Sunday, December 22, 2024
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जिन वीर सावरकर को ‘देशद्रोही’ बुलाते रहे राहुल गाँधी, उनके पोस्टर ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में फिर दिखे: कॉन्ग्रेस ने पल्ला झाड़ा, अज्ञात लोगों पर शिकायत दर्ज कराई

इससे पहले गत 21 सितंबर को भी ऐसी ही एक घटना केरल में हुई थी। जहाँ, अलुवा में कॉन्ग्रेस नेताओं ने 'भारत जोड़ो' यात्रा के दौरान वीर सावरकर का पोस्टर लगाया था। उस बैनर में वीर सावरकर सहित कई स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरें शामिल थीं।

कॉन्ग्रेस की तथाकथित ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के एक पोस्टर में वीर सावरकर के साथ राहुल गाँधी, कर्नाटक कॉन्ग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डीके शिवकुमार और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की फोटो लगाई गई है। यह पोस्टर कर्नाटक के मांड्या जिले में लगा है। गौरतलब हो कि इससे पहले कॉन्ग्रेस पार्टी बीते कुछ वर्षों में महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर का लगातार अपमान करती आ रही थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन पोस्टर्स पर वीर सावरकर की फोटो लगाने का श्रेय कॉन्ग्रेस के शांति नगर विधायक नलपद अहमद हारिस को दिया जा रहा है। हालाँकि, हारिस ने कहा है कि कॉन्ग्रेस पार्टी के सदस्यों ने ये पोस्टर नहीं लगाए हैं बल्कि किसी और ने जानबूझकर पोस्टर लगाए हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एक आधिकारिक शिकायत दर्ज कराते हुए मामले की जाँच करने की माँग की जाएगी।

कॉन्ग्रेस के पोस्टर में वीर सावरकर की फोटो होने पर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कॉन्ग्रेस पर निशाना साधा है। पूनावाला ने ट्वीट कर कहा “केरल के बाद अब कर्नाटक, सावरकर जी के पोस्टर कॉन्ग्रेस की ‘भारत जोड़ो’ में फिर से दिखाई दे रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि ‘भारत जोड़ो’ केवल वीर सावरकर की विचारधारा से ही हो सकता है। कॉन्ग्रेस इसके लिए बदमाशों को दोष दे सकती है लेकिन सच्चाई हमेशा सामने आती है।”

इसके अलावा, आंध्र प्रदेश के भाजपा नेता विष्णु वर्धन रेड्डी ने भी इस पर व्यंग्यात्मक ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा  “कर्नाटक में कॉन्ग्रेस ने वीर सावरकर के पोस्टर लगवाए हैं यह बेहद दिलचस्प है। ऐसा लगता है कि उनके कुछ कार्यकर्ताओं ने वास्तविक इतिहास पढ़ा है और गाँधी-नेहरू परिवार के बाहर भी सोचते हैं।”

गौरतलब है, इससे पहले गत 21 सितंबर को भी ऐसी ही एक घटना केरल में हुई थी। जहाँ, अलुवा में कॉन्ग्रेस नेताओं ने ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के दौरान वीर सावरकर का पोस्टर लगाया था। उस बैनर में वीर सावरकर सहित कई स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरें शामिल थीं।

हालाँकि, उस पोस्टर के बाद कॉन्ग्रेस ने यह कहा था कि पोस्टर में प्रिटिंग के दौरान गलती हुई है। कॉन्ग्रेस की ओर से तर्क दिया गया था कि वह स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरें लगाना चाहते थे लेकिन उनसे गलती हो गई। पार्टी की ओर से यह भी कहा गया था कि बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं ने इंटरनेट से तस्वीरें ली थीं और पोस्टर छापने से पहले क्रॉस-चेक नहीं किया गया था। 

केरल में वीर सावरकर की फोटो वाले पोस्टर्स पर शहजाद पूनावाला चुटकी लेते हुए कहा था “उफ्फ, ऐसा लगता है कि राहुल (गाँधी) द्वारा इतिहास को झुठलाने के प्रयास कारगर नहीं हुए हैं। जिस वीर सावरकर के खिलाफ राहुल झूठ बोल रहे हैं, उस झूठ का पर्दाफाश अलुवा और एर्नाकुलम में ‘भारत जोड़ो’ यात्रा पर लगे पोस्टर से हो चुका है। जिन्हें बाद भी छिपाने की कोशिश की गई। सावरकर जिंदाबाद।”

उन्होंने अपने अलगे ट्वीट में लिखा “राहुल जी, आप कितनी भी कोशिश कर लें। इतिहास और सच्चाई सामने आ ही जाती है। सावरकर वीर थे। छुपाने वाले ‘कायर’ हैं।”

उल्लेखनीय है कि राहुल गाँधी समेत कॉन्ग्रेस के तमाम नेताओं ने बार-बार महान क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सेनानी स्वातंत्र्यवीर सावरकर का अपमान किया है। कॉन्ग्रेस नेताओं ने वीर सावरकर के अंडमान जेल में रहने के दौरान अंग्रेजों को दी गई ‘दया याचिकाओं’ के लिए ‘देशद्रोही’ कहा है। वीर सावरकर साल 1911 से साल 1921 तक अंडमान की सेल्युलर जेल में बंद थे। कॉन्ग्रेस नेताओं ने यह कभी माना ही नहीं कि सावरकर ने देश को स्वतंत्रता के लिए अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी है बल्कि उन्होंने सावरकर को सिर्फ ‘माफी माँगने वाला’ बताया है।

कॉन्ग्रेस की तथाकथित ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के रास्ते सत्ता में वापसी का स्वप्न संजोने वाले राहुल गाँधी ने भी कई बार महान क्रांतिकारी वीर सावरकर का अपमान किया है। साल 2019 में उन्होंने नई दिल्ली में ‘भारत बचाओ रैली’ को संबोधित करते हुए अपने भाषण में बेवजह वीर सावरकर का नाम घसीटा था। इस भाषण के दौरान उन्होंने देश में रेप की घटनाओं के बारे में बोलते हुए कहा था कि सच्चाई को छुपाने के लिए वह राहुल गाँधी हैं न कि ‘राहुल सावरकर’।

यही नहीं, मार्च 2022 में केरल में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने वीर सावरकर को ‘देशद्रोही’ करार दिया था। संसद भवन में वीर सावरकर की तस्वीर के सामने गाँधी जी की तस्वीर लगाने पर भाजपा की तीखी आलोचना करते हुए राहुल गाँधी ने कहा था कि देशद्रोही कभी देशभक्त नहीं हो सकता। “एक देशभक्त गलती करके देशद्रोही बन सकता है। लेकिन देशद्रोही कभी देशभक्त नहीं हो सकता। वही वीर सावरकर थे। बीजेपी महात्मा गांधी, सरदार पटेल, अंबेडकर, सुभाष चंद्र बोस पर नाटक करती है क्योंकि उनके नेता देशद्रोही थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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