आफताब अमीन पूनावाला (Aftab Amin Poonawalla) मुंबई के एक होटल में शेफ की नौकरी कर चुका है। इस दौरान उसने मुर्गा और बकरा काटने की ट्रेनिंग ली थी। मीडिया रिपोर्टों में जो तथ्य सामने आ रहे हैं उससे लगता है कि अपने इस ‘हुनर’ का इस्तेमाल उसने दिल्ली में श्रद्धा वाकर (Shraddha Walker) की हत्या कर लाश को ठिकाने लगाने में भरपूर किया। कथित तौर पर 27 साल की श्रद्धा के आंतों का उसने कीमा बना दिया था।
द प्रिंट ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि सबसे पहले आफताब ने आंतों को ही फेंका था। रिपोर्ट में पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि शव को छोटे-छोटे हिस्सों में काट फ्रिज में स्टोर किया गया। शव के टुकड़ों के साथ आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक्स भी रखी थी। शव के टुकड़े करने के लिए उसने एक फुट लंबी आरी का इस्तेमाल किया था।
न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार श्रद्धा की हत्या के बाद भी आफताब सामान्य जीवन जी रहा था। उसने कई महिलाओं से शारीरिक संबंध बनाए। इस हत्या के बाद डेटिंग एप के जरिए संपर्क में आई एक लड़की को भी वह दिल्ली के महरौली की उस फ्लैट में लेकर आया था, जिसमें श्रद्धा के शव के कटे हुए टुकड़े रखे थे।
उसने हत्या करने के बाद श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए थे। इन्हें वह करीब 18 दिनों तक एक-एक कर फेंकता रहा। श्रद्धा के कटे सिर को वह रोज देखता था। शव के टुकड़ों को आफताब काली पन्नी में रखकर ठिकाने लगाता था।
ताजा जानकारी में यह भी सामने आया है कि आरोपित ने श्रद्धा के क़त्ल के दौरान बिखरे खून की सफाई के लिए केमिकल गूगल पर सर्च किया था। इन केमिकल को मँगवा लेने के बाद उसने श्रद्धा की लाश बाथरूम में रख दी थी। बाद में उसने लाश के छोटे-छोटे पीस काटे और उसे फ्रिज में रखा। बाद में उसने केमिकल से बाकायदा फर्श और फ्रिज को धोया। आफ़ताब उसी कमरे में सोता भी था, जहाँ उसने श्रद्धा की लाश को काट कर रखा था।
एक रिपोर्ट के मुताबिक आफ़ताब श्रद्धा की लाश के साथ कुल 22 दिनों तक रहा था। सबसे पहले उसने श्रद्धा के हाथों को काटा था फिर पैरों को। इसके बाद उसने बाकी अंग भी काटे। कटे हुए अंगों को वो फ्रिज में रखने से पहले बोरिक एसिड से धोता था। जिस फ्रिज के एक हिस्से में उसने श्रद्धा की लाश रखी थी, उसी फ्रिज के दूसरे हिस्से में वो बिस्किट, दूध, मक्खन और कोल्डड्रिंक आदि रखता था।
कहा जा रहा 18 मई 2022 को श्रद्धा की हत्या करने के बाद आफ़ताब 10 जून तक उसका इंस्टाग्राम चला रहा था। ऐसा करने के पीछे उसका मकसद श्रद्धा को जिन्दा दिखाना था। इस दौरान वो आने वाले मैसेजों का श्रद्धा बनकर जवाब भी देता था। श्रद्धा की लाश को ठिकाने लगाने के बाद आफताब ने फ़्लैट चेंज कर लिया था।