उत्तर प्रदेश के आगरा से 22 नवम्बर 2022 को गायब हुआ ढाई साल का बच्चा मथुरा से बरामद हुआ है। इस मामले में पुलिस ने वृंदावन के मोहसिन उस्मानी को गिरफ्तार किया। बच्चा को अगवा कर वही मथुरा ले गया था। उसने एक महिला के घर में बच्चे को छिपा रखा था। इस महिला को वह अपनी ‘बहन’ बता रहा था।
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस इस बात की पड़ताल कर रही है कि कहीं ये लोग किसी गैंग से तो जुड़े हुए नहीं हैं। रिपोर्ट के मुताबिक आगरा के शाहगंज इलाके में जय प्रकाश अपनी पत्नी और 2 बच्चों के साथ रहते हैं। यहाँ उनकी किराने की दुकान है। घटना के दिन उनका पुत्र मयंक घर के बाहर से खेलते हुए गायब हो गया। आसपड़ोस के लोगों से बच्चे के बारे में पूछा। इसी दौरान एक दुकानदार ने बताया कि एक व्यक्ति चॉकलेट दिलाकर बच्चे को अपने साथ ले जा रहा था। परिजनों ने घटनास्थल के CCTV फुटेज खँगाले तो उन्हें एक व्यक्ति बच्चे को ई रिक्शा में ले जाता दिखाई दिया। उसने लाल शर्ट पहन रखी थी और सिर पर गमछा बाँध रखा था।
परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने बच्चे की तलाश शुरू की। ई रिक्शा जिस रास्ते से गुजरा वह स्टेशन की तरफ जाता था। इसलिए उस जगह को खास तौर पर खँगाला गया। पुलिस ने बच्चे की तस्वीरों को सोशल मीडिया के साथ आसपैस के थानों को सर्कुलेट कर दिया था। बच्चे को खोजती पुलिस वृन्दावन पहुँच गई। यहाँ से मोहसिन को गिरफ्तार किया। मोहसिन ने बच्चे को अपनी ‘बहन’ के पास मथुरा में रखने की जानकारी दी। पुलिस ने इस घर घर पर छापा मारकर बच्चे को बरामद कर लिया।
मोहसिन जिस महिला को बहन बता रहा था, उसने बताया कि मोहसिन कुछ दिनों पहले तक उसका पड़ोसी था। किराए पर रहता था। मोहसिन ने मयंक को अपना बच्चा बताकर उसके पास छोड़ा था। यह भी बताया जा रहा है कि आगरा के जिस इलाके से बच्चे को अगवा किया गया, वहाँ मोहसिन चौकीदार बन कर आया था।
थाना शाहगंज पुलिस द्वारा अभियोग पंजीकृत कर, बच्चे को सकुशल 24 घंटे के अंदर बरामद किया गया है एवं 01 अभियुक्त की गिरफ्तारी कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
— AGRA POLICE (@agrapolice) November 24, 2022
बच्चे को अगवा किए जाने की वजह अब तक स्पष्ट नहीं है। मोहसिन ने शुरुआती पूछताछ में कहा है कि बच्चा उसे अच्छा लग गया था। लेकिन पुलिस को इस रैकेट में अन्य लोगों के भी शामिल होने का अंदेशा है। पुलिस इस एंगल पर भी जाँच कर रही है कि कहीं मोहिसन का संबंध बच्चों को बेचने वाले रैकेट से तो नहीं है।
ऑपइंडिया को पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मोहसिन मजदूरी करता है। उस पर काफी लोगों का उधार बकाया है। लिस इस एंगल से भी जाँच कर रही है कि कहीं कर्ज चुकाने के लिए वह मयंक को बेचने वाला तो नहीं था।