भारत-नेपाल सीमा पर फिर से तनाव बढ़ने की खबर आई है। ताज़ा मामला पत्थरबाजी का है। नेपाल से सटे उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में काली नदी के तटबंध का निर्माण कर रहे मजदूरों पर नेपाल की ओर से पत्थरबाजी हुई है। नेपाली युवकों द्वारा किए गए पथराव में कुछ मजदूरों के घायल होने की खबर है। वहीं, इस पथराव को रोकने के लिए किए गए लाठी चार्ज में भी कुछ लोग घायल हुए हैं। घटना के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नेपाल सीमा से सटे पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में काली नदी के तट पर भारतीय मजदूर तटबंध का निर्माण कर रहे हैं। ये मजदूर जिस क्षेत्र में तटबंध बना रहे हैं, वह भारतीय सीमा के अंतर्गत आता है। हालाँकि, इसके बाद भी नेपाली नागरिक इस पर विरोध जता रहे हैं।
नेपाल की ओर से बीते कई दिनों से पथराव किया जा रहा था। लेकिन, रविवार (4 दिसंबर, 2022) को पथराव की घटना तेज हो गई। इस पथराव में, 3-4 मजदूरों के घायल होने व एक पोकलैंड मशीन के नुकसान होने की खबर है। कहा जा रहा है कि जिस वक्त नेपाल की ओर से पथराव किया जा रहा था, उस वक्त नेपाली सुरक्षाकर्मी मूकदर्शक बने हुए थे।
हालाँकि बाद में, नेपाली पुलिस और एसएसबी (सीमा सशस्त्र बल) के जवानों ने मौके पर पहुँचकर मामला शांत कराया। लेकिन, इसके बाद नेपाली युवकों ने भारत-नेपाल सीमा पर बने पुल पर ताला जड़ दिया, जिससे दोनों तरफ सैकड़ों लोग फँस गए। मामला शांत न होता देख नेपाल पुलिस की ओर लाठी चार्ज की गई है। लाठीचार्ज में कुछ भारतीयों के घायल होने की खबर है।
भारत-नेपाल बॉर्डर पर हुए पथराव के दौरान मौके पर मौजूद सिंचाई विभाग के इंजीनियर पंकज महरा ने कहा है कि यहाँ मजदूर काम कर रहे थे, तभी अचानक नेपाल की ओर से पत्थरबाजी शुरू हो गई। इससे मजदूरों में अफरा तफरी मच गई और सभी लोग काम छोड़ भाग गए। पथराव के दौरान एक मजदूर के सिर पर पत्थर लगा है, उसे गंभीर चोटें आईं हैं। घायल मजबूर नेपाल का बताया जा रहा है।
इस मामले में, पिथौरागढ़ की कलेक्टर रीना जोशी ने कहा है काली नदी के किनारे भारतीय क्षेत्र में तटबंध बनाने को लेकर नेपाल के अधिकारियों के साथ बात की गई है। नेपाल के जिलाधिकारी स्तर पर जल्द ही एक बैठक होनी है। उन्होंने भरोसा दिया कि दोनों देशों के बीच मित्रता है और आपसी संबंध मधुर बने हुए हैं। साथही बातचीत से समन्वय पूर्वक समाधान निकालने का दावा भी किया। वहीं, नेपाल की ओर से सीडीओ दीर्घराज उपाध्याय ने कहा है कि इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए निष्पक्ष जाँच की जाएगी।