Monday, December 23, 2024
Homeविविध विषयमनोरंजन'भारत जोड़ो यात्रा' में स्वरा भास्कर को पैसे के बदले मिला 'अली का टिश्यू...

‘भारत जोड़ो यात्रा’ में स्वरा भास्कर को पैसे के बदले मिला ‘अली का टिश्यू पेपर’, कहा- झुकती नहीं, इसलिए नहीं मिलता काम: राहुल गाँधी का भी असर माना

"हम एक ऐसे समय में जी रहे हैं, जहाँ जो लोग झुकते नहीं हैं, उन्हें हर तरह से बदनाम किया जाता हैं। यह मेरे साथ पिछले 8 साल से हो रहा है।"

बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर (Swara Bhasker) हाल ही में मध्य प्रदेश के उज्जैन में कॉन्ग्रेस सांसद राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं। सोशल मीडिया पर उनकी राहुल के साथ कई तस्वीरें सामने आई हैं। स्वरा भास्कर ने ‘टाइम्स आफ इंडिया’ से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होने और कथित रूप से ‘बोलने की कीमत चुकाने’ समेत कई मुद्दों पर बातचीत की।

‘भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra)’ में शामिल होने के सवाल पर अभिनेत्री ने कहा, “इस यात्रा का जो संदेश है, उससे मैं बहुत ज्यादा प्रभावित हुई। इसमें कुछ भी गुप्त नहीं है।” वह यह भी कहती हैं कि पिछले 8 वर्षों में सार्वजनिक संस्कृति और राजनीतिक संस्कृति बिगड़ी है। उन्होंने दावा किया कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ नफरत का विरोध करने का एक क्रांतिकारी तरीका है और समाज में जिस तरह से नफरत फैल रही है, उससे वह बहुत चिंतित हैं।

स्वरा भास्कर का ये भी आरोप है कि इस दौरान मेनस्ट्रीम मीडिया ने भी अपेक्षित भूमिका नहीं निभाई है। उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से राहुल गाँधी से काफी प्रभावित हैं।

राहुल गाँधी की प्रशंसा करते हुए वह कहती हैं कि कौन कहता है कि वह एक अनिच्छुक नेता हैं? बकौल स्वरा, वह 3600 किलोमीटर से ज्यादा पैदल चल रहे हैं और आम लोगों से मिल रहे हैं, जो उन्हें अपनी तरह-तरह की समस्याएँ बता रहे हैं। स्वरा भास्कर ने कहा, “वह मुझे बिल्कुल भी अनिच्छुक नेता नहीं लगते। वह मुझे ऐसे नेता लगते हैं, जिसकी भारत को आज सबसे अधिक आवश्यकता है। स्वरा ने कहा, “हम एक ऐसे समय में जी रहे हैं, जहाँ जो लोग झुकते नहीं हैं, उन्हें हर तरह से बदनाम किया जाता हैं। यह मेरे साथ पिछले 8 साल से हो रहा है। सत्ता पर सवाल उठाने वालों को हमेशा बदनाम करने की कोशिश होती रहेगी।”

क्या आपने कभी राजनीति में शामिल होने के बारे में सोचा है? इसके जवाब में स्वरा कहती हैं, “नहीं। लेकिन हर कोई सोचता है कि मैं राजनीति में शामिल होना चाहती हूँ। मुंबई में कई निर्माता हमेशा कहते हैं कि उसे कास्ट मत करो, वह वैसे भी राजनीति में शामिल होने जा रही है। लेकिन मुझे नहीं पता कि आप राजनीति से क्या मतलब रखते हैं। अगर आपका मतलब चुनावी राजनीति से है, तो फिलहाल मेरी कोई योजना नहीं है।”

भाजपा के मुताबिक, कॉन्ग्रेस राहुल गाँधी के साथ चलने के लिए बॉलीवुड हस्तियों को पैसे दे रही है। बीजेपी ने इसके लिए ‘पेड पीआर’ शब्द का इस्तेमाल किया है। क्या आपको पैसे मिले, या आपने पैसे दिए? इस पर वह कहती हैं, “नहीं। मैं पैसे क्यों दूँगी? मेरा मतलब है, मैं किसी को तब तक पैसे नहीं देती, जब तक कोई मेरे बाल नहीं बनाता और मेकअप नहीं करता।”

इसके बाद वह एक किस्सा बताती हैं कि एक बार वो एक कॉफी शॉप में बैठी थी, तभी एक लड़का आया और उसने उन्हें एक टिश्यू पेपर थमाते हुए कहा, “मेरे जाने के बाद आप इसे पढ़ना।” उसने इसमें लिखा था, “हाय, स्वरा, मेरा नाम अली है। मेरी इच्छा बस आपको धन्यवाद कहने की है। क्योंकि भारत में रहने वाले एक मुस्लिम के रूप में, आपको पता नहीं है कि आप जैसे लोगों से हमें कितनी ताकत और एकजुटता की भावना मिलती है।” स्वरा के शब्दों में, “मुझे लगता है कि यह मेरा भुगतान है।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -