उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के एक मेडिकल कॉलेज की छात्रा ने कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ आवाज उठाने पर खुद को प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है। पीड़िता के मुताबिक, उस पर पैसे दे कर SC/ST का झूठा केस भी दर्ज करवाया गया, जिसमें जाँच के बाद उसे क्लीन चिट मिली। छात्रा ने अपने भविष्य और करियर का वास्ता देते हुए कॉलेज प्रशासन से खुद पर रहम करने की माँग की है।
डॉ सोनाली द्वारा जारी किए गए एक बयान के मुताबिक, वो बाराबंकी स्थित ‘मेयो इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज’ में साल 2017-18 बैच की इंटर्न हैं। सोनाली के अनुसार, उनके बैच ने कॉलेज के ख़राब प्रबंधन के खिलाफ 18 जून, 2022 को एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया था। आरोप है कि इस विरोध प्रदर्शन में सोनाली का दिया बयान मीडिया और सोशल मीडिया में वायरल होने की वजह से कॉलेज प्रशासन ने उन्हें प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। बकौल सोनाली, इस प्रताड़ना के पहले चरण में उन्हें 4 सितम्बर, 2022 को 60 दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया गया।
सोनाली के अनुसार, ऐसा बाकी छात्रों पर दबाव बनाने के लिए किया गया था। हालाँकि, कॉलेज प्रबंधन ने सोनाली सिंह को सस्पेंड करने की वजह गेट पर तैनात गार्डों से बदतमीजी को बताया है। प्रोफेसर एन के मोहिंद्रू द्वारा जारी आदेश की मानें तो सोनाली का व्यवहार कॉलेज के नियमों के हिसाब से अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। इस आदेश में सोनाली पर पूर्व में भी गलतियाँ करने का आरोप लगाया गया है। 27 सितम्बर को DGME (डॉयरेक्टर जनरल मेडिकल एजुकेशन एन्ड ट्रेनिंग) ने उनका सस्पेंशन रद्द कर दिया गया।
बताया गया है कि इसके बाद सोनाली लगातार अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए ‘मेयो मेडिकल कॉलेज’ के चक्कर लगा रही है, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। सोनाली का कहना है कि उनका निलंबन भी 5 नवम्बर, 2022 को खत्म हो चुका है, लेकिन उन्हें फिर से पढ़ने की अनुमति अभी तक नहीं दी गई है।
बकौल सोनाली, कॉलेज प्रशासन ने उनसे कहा है कि वो पहले 8,62,500 रुपए दें, उसके बाद उनकी माँग पर विचार किया जाएगा। आरोप यह भी है कि कॉलेज प्रबंधन ने न सिर्फ सोनाली, बल्कि उनके माता-पिता से भी लिखित माफ़ी माँगने को कहा है। हालाँकि, कॉलेज प्रशासन द्वारा दिए गए फीस स्ट्रक्चर में कुल देय राशि 2 लाख 50 हजार रुपए है। इस राशि को पेनाल्टी में छूट और एक अन्य राशि को एडजस्ट कर के अंतिम रूप दिया गया है।
सोनाली ने कॉलेज प्रशासन द्वारा पैसे माँगे जाने को लालच करार देते हुए खुद पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। उन्होंने अपने माता-पिता से माफ़ी माँगने के लिए कहे जाने को भी गलत व्यवहार करार दिया। सोनाली ने कहा कि उनके ऊपर कॉलेज प्रबंधन ने ही दबाव बनाने के लिए SC/ST का फर्जी केस दर्ज करवाया था, जिसमें पुलिस जाँच के बाद वो बेदाग़ बरी हुई हैं। इस FIR की साजिश में सोनाली ने मधुलिका मैडम (मेडिकल कॉलेज की चेयरपर्सन) और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के OSD के पी सिंह को भी शामिल बताया है।
Mental Harrasment, Charging Extra Fees by Illegal means, Defamation, Character Assassination, Lodgement of False FIR under Harijan Act by SIS security guard & Non Rejoining in college by management of Mayo Institute of Medical Sciences Gadia Barabanki! pic.twitter.com/Fm3rSi6JH0
— Dr. Sonali Singh (@SonaliS52448239) December 17, 2022
क्या था SC/ST की FIR में और क्या निकला निष्कर्ष
सोनाली के खिलाफ यह FIR कॉलेज में ही सुरक्षाकर्मी के तौर पर तैनात मोनिका नाम की एक दलित महिला ने दर्ज करवाया था। मोनिका ने सोनाली पर आरोप लगाया था कि 24 जुलाई, 2022 को सोनाली अपने कमरे में एक जूनियर छात्रा के साथ नशा कर रही थी, जिसे रोकने पर उसने जातिसूचक शब्द बोले और मारपीट की। हालाँकि, 24 जुलाई को कथित तौर पर घटी इस घटना की शिकायत 30 सितम्बर, 2022 को पुलिस में दर्ज करवाई गई थी। FIR कोतवाली नगर बाराबंकी में दर्ज हुई थी।
इस FIR की जाँच बाराबंकी पुलिस के डिप्टी SP सिटी ने की थी। उन्होंने 17 नवम्बर, 2022 को इस केस में आरोपों के ठोस सबूत न होने की रिपोर्ट लगाते हुए केस को बंद कर दिया था। पुलिस के मुताबिक, घटना के दिन की CCTV माँगे जाने पर कैमरे खराब बताए गए।इसी के साथ जिस चोट का आरोप सोनाली पर लगाया गया था, उसका कोई मेडिकल परीक्षण भी नहीं करवाया गया था।
अब सोनाली को नहीं मिलेगा हॉस्टल
कॉलेज प्रशासन ने लिखित तौर पर सोनाली को फिर से इंटर्नशिप शुरू करवाने के लिए कुछ शर्तें रखी हैं। सोनाली को सस्पेंड करने वाले प्रोफेसर एन के मोहिंद्रू ने 21 नवम्बर, 2022 को एक सोनाली को सम्बोधित करते हुए एक पत्र जारी किया है। इस पत्र में उन्होंने सोनाली को फिर से इंटर्नशिप करने के लिए आमंत्रित किया है। हालाँकि सोनाली को अब हॉस्टल न मिलने और ड्यूटी के दौरान मोबाइल प्रयोग न करने की हिदायत दी गई है।
आधिकारिक पत्र में यह भी कहा गया है कि सोनाली को इंटर्नशिप फिर से शुरू करने के लिए पहले अपने बकाया फीस आदि का भुगतान करने के साथ लिखित तौर पर अंडरटेकिंग जमा करना होगा।