तमिलनाडु के कोयंबटूर विस्फोट मामले के आरोपितों के श्रीलंका इस्लामिक स्टेट से संबंध सामने आए हैं। मामले की जाँच कर रही NIA ने कहा कि गिरफ्तार मोहम्मद अजहरुद्दीन श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए बम धमाकों के मुख्य आरोपित ज़हरान हाशिम के संपर्क में था। इतना ही नहीं, वह केरल में इस्लामिक स्टेट का हिस्सा रहे मोहम्मद नौशान के संपर्क में भी था।
NIA के अनुसार, मोहम्मद नौशान और ज़हरान हाशिम श्रीलंका में आईएस के आतंकी थे और वे कोलंबो के चर्च में 2019 ईस्टर डे ब्लास्ट के आत्मघाती हमलावर थे। NIA ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “अज़हरुद्दीन और शेख हिदायतुल्ला दोनों को 2016 से चरमपंथी सलफ़ी विचारधारा की ऑनलाइन सामग्री के माध्यम से कट्टरपंथी बनाया गया था। आरोपित अनवर अल अवलाकी, अबू बारा, मूसा सेरेंटोनियो, श्रीलंका के ज़हरान हाशिम जैसे कट्टरपंथियों के भाषण सुनते थे।”
केरल स्थित एर्नाकुलम की विशेष अदालत में दी गई अपनी रिपोर्ट में NIA ने अजहरुद्दीन की जमानत का विरोध किया। NIA ने कहा कि मोहम्मद अजहरुद्दीन ने दक्षिण भारत के कई मुस्लिम युवाओं को इस्लामिक स्टेट के लिए भर्ती किया है। इतना ही नहीं, उसने तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक मस्जिद में कई युवकों को कट्टरपंथी बनाया और उन्हें दक्षिण भारत हमलों के लिए उकसाया।
अजहरूद्दीन के साथ बातचीत में NIA ने एक बड़ी योजना के बारे में बात की थी और यह बातचीत साल 2019 में कोलंबो के एक चर्च में ईस्टर डे पर हुए ब्लास्ट से पहले हुई थी। NIA ने कोर्ट को बताया कि सोशल मीडिया एक्सट्रैक्शन में बताई गई ‘बड़ी योजना’ श्रीलंकाई ईस्टर डे ब्लास्ट से ठीक पहले बनाई गई थी और यह बातचीत आरोपित अजहरुद्दीन और प्रतिबंधित ISIS के बीच मजबूत साँठगाँठ की ओर इशारा करती है।
अजहरुद्दीन कोयंबटूर में रेयान मस्जिद में लगातार आता-जाता था। वहाँ उसने साल 2013 से ‘बयान’ दिया था। इसी मस्जिद में अजहरुद्दीन अन्य आरोपितों से मिला और उन्हें कट्टरपंथी बनाया। अजहरुद्दीन कई श्रीलंकाई व्यक्तियों और संस्थाओं के साथ फेसबुक और अन्य एन्क्रिप्टेड सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क में था। अजहरुद्दीन के डिजिटल उपकरणों और सोशल मीडिया अकाउंट से इन भाषणों को बरामद किया गया था।
बता दें कि कोयंबटूर विस्फोट ज़हरान हाशिम के आतंकी विचारों से प्रेरित था। यह भी पता चला कि कोयंबटूर का हमलावर जेम्स मुबीन विस्फोट से पहले इन व्यक्तियों के संपर्क में था। इसके अलावा, NIA ने पाया कि मुबीन के एक दोस्त हिदायतुल्ला ने अजहरुद्दीन के साथ खलीफा GFX नामक एक फेसबुक पेज शुरू किया था।
बता दें कि मोहम्मद अजहरुद्दीन और शेख हिदायतुल्ला उर्फ फिरोज खान को हमलों को अंजाम देने के लिए केरल और तमिलनाडु में लोगों की भर्ती करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। दोनों ने NIA द्वारा IPC की धारा 120B (आपराधिक साजिश) और UAPA की धारा 38 एवं 39 के तहत लगाए गए आरोपों को खारिज करने की माँग करते हुए याचिका दायर की थी।