राजस्थान के अलवर में एक दलित परिवार ने मुस्लिमों की भीड़ पर हमले का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि यह विवाद भेड़ की पूँछ कटने की वजह से शुरू हुआ था। इस विवाद में लाठी-डंडों के अलावा पथराव भी होने की सूचना है। हमले में लगभग 20 लोगों के घायल होने की खबर है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। अब तक 9 लोगों की गिरफ्तारी की जानकारी है। घटना शनिवार (31 दिसंबर 2022) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना नौगंवा तहसील के गाँव नारथला की है। घटना के दिन सोहनलाल मेघवाल एक मंदिर के बाहर अपनी भेड़ें और बकरियाँ चरा रहा था। सोहनलाल से थोड़ी ही दूर पर उसी गाँव का इमरान नाम व्यक्ति भी अपनी बकरियों को चरा रहा था। आरोप है कि चरते-चरते सोहनलाल की एक भेड़ भटक कर इमरान की बकरियों के बीच पहुँच गई। यह बात इमरान को नागवार गुजरी।
आरोप है कि इस बात से नाराजगी जताते हुए असलम के बेटे इमरान और उसके भाई ने सोहनलाल के भेड़ की पूँछ कुल्हाड़ी से काट डाली। जब सोहनलाल ने इसका विरोध किया तो इमरान और उसके भाई ने पीड़ित से न सिर्फ गाली-गलौज की बल्कि जातिसूचक शब्द भी बोले। इस दौरान दोनों पक्षों के लोग जमा हो गए। मेघवाल समाज के पीड़ितों का कहना है कि मुस्लिमों की तरफ से 40-50 की संख्या में भीड़ जमा हो गई थी।
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— News18 Rajasthan (@News18Rajasthan) January 1, 2023
दलित परिवार पर किया गया हमला, कई घायल @AlwarPolice #RajasthanWithNews18 pic.twitter.com/finJUPLB7V
शिकायत में बताया गया है कि मुस्लिमों की भीड़ ने ने पुरुषों के साथ मेघवाल समाज की महिलाओं को भी बेरहमी से मारा-पीटा। इस दौरान हमलावरों ने न सिर्फ लाठी-डंडे ले रखे थे बल्कि उन्होंने पीड़ित लोगों पर पत्थरबाजी भी की। इस घटना में दलित समुदाय के लगभग 15 से 20 लोग घायल हो गए हैं। दूसरे पक्ष के भी लगभग 3 से 4 लोगों को चोटें आने की खबर है। भीम सेना के अलवर जिलाध्यक्ष नवल सिंह के मुताबिक सोहनलाल ने इसकी शिकायत पुलिस में की थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पीड़ित परिवार के सदस्यों ने भी पुलिस कार्रवाई पर असंतोष जताया है। उनका कहना है कि किसी भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया गया है और केस में आरोपितों पर लगाई गईं धाराओं को भी कम किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि आए दिन उनकी बहन बेटियों के साथ अत्याचार किया जा रहा है लेकिन कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है। पीड़ितों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।