नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के एक अधिकारी द्वारा पंजाब की एक महिला प्रोफ़ेसर का यौन उत्पीड़न करने का मामला सामने आया है। घटना मार्च 2022 की है। महिला प्रोफ़ेसर का कहना है कि पाकिस्तानी उच्चायोग के एक अधिकारी आसिफ ने वीजा दिलाने के बहाने उसका हाथ पकड़ा और यौन इच्छा से संबंधित सवाल पूछ कर उन्हें असुरक्षित महसूस कराया। इसके बाद जब उन्होंने बात नहीं सुनी तो उन्हें जलील भी किया गया।
महिला ने घटना के बारे में बताते हुए कहा, ”मैं मार्च 2022 में नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग गई थी। मुझे एक लाउंज में इंतजार करने के लिए कहा गया और फिर कुछ समय बाद, मुझे बताया गया कि वीजा नहीं दिया जा सकता क्योंकि तत्कालीन पाकिस्तान सरकार स्थिर नहीं है और प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया है। जब मैं ऑफिस से निकल रही थी, तो आसिफ नाम का एक व्यक्ति मेरे पास आया और वीजा दिलाने की बात कही।”
Indian woman alleges sexual harassment by a Pakistani officer inside High Commission in Delhi in March 2022.
— TIMES NOW (@TimesNow) January 12, 2023
“Staff member asked me what do I do to fulfill my sexual desires. I got really uncomfortable”, Complainant narrates her ordeal to @RishabhMPratap#PakistanHighComission pic.twitter.com/2VP8ujCTCI
प्रोफेसर ने आगे बताया कि अधिकारी उन्हें वहाँ एक अलग कमरे में ले गया और उसने पहले उनसे सामान्य प्रश्न पूछे और उन 45 मिनटों में वह उनसे निजी सवाल करने लगा। प्रोफ़ेसर ने बताया कि अधिकारी ने फिर उनसे पूछा कि उन्होंने अबतक शादी क्यों नहीं की और वह यौन इच्छा को पूरा करने के लिए क्या करती हैं।
महिला ने आगे बताया, ”अधिकारी ने यह भी पूछा कि क्या आपके पास कोई है जिसके साथ आप सेक्स करती हैं या आपके साथ कोई है जिसके साथ आप बाहर जाती हैं। क्या आपका कोई एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर हो सकता है। मैं वहाँ से उठ गई और वीजा अधिकारी को बुलाने के लिए कहा।”
महिला ने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारी ने बातचीत के दौरान उनका हाथ पकड़ लिया और कहा कि उनकी पर्सनैलिटी काफी अच्छी है। आसिफ ने प्रोफेसर को शादी का प्रपोजल दिया। हालाँकि जब वह नहीं मानीं तो उन्हें कहा गया कि पाकिस्तान फास्ट (बिन मर्द के पाकिस्तान जाने वाली) लड़कियों को वीजा नहीं देता।
एक रिपोर्ट के मुताबिक महिला ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को इस बाबत चिट्ठी लिखी है और व्हाट्सअप का स्क्रीनशॉट भेजा है। विदेश मंत्रालय के अलावा यह शिकायत पाकिस्तान उच्चायोग, पाक विदेश मंत्रालय को भी दी गई है।
महिला का आरोप है कि एक दूसरे पाकिस्तानी अधिकारी ने उन्हें भारत सरकार के खिलाफ लिखने के लिए कहा था और इसके एवज में अच्छा मेहनताना देने की बात कही गई थी। हालाँकि उन्होंने इससे इनकार कर दिया। बकौल महिला वह लाहौर में गुरुद्वारा में मत्था टेकने एक विश्वविद्यालय में लेक्चर देने के लिए पाकिस्तान जाना चाहती थीं।