खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के केस में पंजाब पुलिस को एक और कामयाबी मिली है। पुलिस ने अमृतपाल के सहयोगी जोगा सिंह को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी शनिवार (15 अप्रैल, 2023) को सरहिंद इलाके से हुई। इससे पहले भी पुलिस अमृतपाल के कई सहयोगियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
फरार आरोपित अमृतपाल सिंह के सहयोगी जोगा सिंह की गिरफ्तारी को लेकर अमृतसर में बॉर्डर रेंज के डीआईजी नरिंदर भार्गव ने कहा है कि अमृतसर ग्रामीण और होशियारपुर पुलिस अमृतपाल सिंह के सहयोगियों को गिरफ्तार करने के लिए जॉइंट ऑपरेशन चला रही थी। इस ऑपरेशन के दौरान उसका एक सहयोगी को सरहिंद से गिरफ्तार किया गया है। आरोपित की पहचान जोगा सिंह के रूप में हुई।
#WATCH | Punjab police have arrested 'Waris Punjab De' chief Amritpal Singh's main aide Joga Singh from Sirhind: Narinder Bhargav, DIG Border Range pic.twitter.com/ekLzxZg8iL
— ANI (@ANI) April 15, 2023
उन्होंने यह भी कहा है जोगा सिंह ने ही अमृतपाल को फरारी के बाद उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में पनाह दी और उसका साथ देता रहा। वह अमृतपाल सिंह के फरार होने के बाद से यानी 18 मार्च से 28 मार्च तक उसके साथ था। जोगा लुधियाना का रहने वाला है। वह उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक डेरा का प्रभारी था। अमृतपाल के पंजाब लौटने की भी जोगा ने व्यवस्था की थी।
पंजाब पुलिस ने 'वारिस पंजाब दे' प्रमुख अमृतपाल सिंह के मुख्य सहयोगी जोगा सिंह (पीली पगड़ी में) की एक पुरानी तस्वीर जारी की, जिसे आज गिरफ्तार किया गया। pic.twitter.com/O1jVexj01x
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 15, 2023
बता दें कि इससे पहले पंजाब पुलिस ने शुक्रवार (14 अप्रैल, 2023) को भी अमृतपाल सिंह को शरण देने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया था। आरोपित राजदीप सिंह और सरबजीत सिंह के रूप में हुई थी। राजदीप सिंह होशियारपुर और सरबजीत सिंह जालंधर का रहने वाला है। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया था। जहाँ से कोर्ट ने उन्हें एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा था।
गिरफ्तार हो चुका है अमृतपाल का मेंटर
गौरतलब है कि पंजाब पुलिस और काउंटर इंटेलीजेंस यूनिट ने इससे पहले 10 अप्रैल को अमृतपाल के सहयोगी और मेंटर पपलप्रीत सिंह को होशियारपुर से गिरफ्तार किया था। अमृतपाल सिंह के फरार होने के बाद से पपलप्रीत कई बार उसके साथ सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था। पपलप्रीत ही अमृतपाल के लिए मीडिया मैनेजमेंट से लेकर सारी व्यवस्थाएँ करता था। पपलप्रीत के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से भी संबंध हैं। आईएसआई से संबंध रखने के आरोप में वह जेल भी जा चुका है।
28 दिनों से फरार है अमृतपाल
बता दें कि अमृतपाल सिंह ड्रग रिहैब सेंटर की आड़ में गुरुद्वारों में हथियार जमाकर अपनी सेना खड़ी करने की कोशिश में लगा हुआ था। वह माइंडवाश कर युवाओं को मानव बम बनाने के लिए भी प्रयास कर रहा था। पुलिस को जब उसकी तमाम गैरकानूनी गतिविधियों के बारे में पता चला तो 18 मार्च को उसके खिलाफ कार्रवाई की। इस दौरान वह पुलिस की पकड़ से बच निकलने में कामयाब हो गया। बीते दिनों खबर आई थी कि अमृतपाल सरेंडर करने वाला है। हालाँकि यह खबर झूठी निकली। पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई है।