राजस्थान की राजधानी जयपुर के किशनपोल इलाके की एक जगह है- पुरोहित जी का मोहल्ला। यह मोहल्ला ‘हिंदू पलायन’ वाले पोस्टर को लेकर चर्चा में है। राजस्थान पुलिस ने पलायन के किसी भी मामले से इनकार किया है। पोस्टर लगाने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। लेकिन ऑपइंडिया ने जब सोमवार (22 मई 2023) को किशनपोल के वार्ड नंबर 69 स्थित पुरोहित मोहल्ला के हिंदू निवासियों से बात की तो उन्होंने कुछ अलग ही दावे किए।
बसने से पहले ही देने लगे हैं गालियाँ
विवाद की शुरुआत कॉन्ग्रेस पार्षद फरीद कुरैशी के रिश्तेदार द्वारा मोहल्ले में एक हिंदू का घर खरीदने से हुई है। इस घर के पड़ोस में रहने वाली सोनिया पारीक ऑपइंडिया को बताया कि कुछ समय पहले पार्षद फरीद कुरैशी के भाई ने एक घर खरीदा। उसकी साफ-सफाई के लिए कुछ मुस्लिम लड़के आए थे। उन्होंने मोहल्ले की हिन्दू औरतों से गाली-गलौज की। सोनिया ने गालियाँ देने वाले युवकों के नाम फारुख, मोहसिन और रईस बताए हैं। एक दलित महिला को जातिसूचक गालियाँ देने का आरोप लगाया है। सोनिया का दावा है कि पुलिस दबाव में काम कर रही है।
मंदिर मार्ग पर हड्डी और माँस
वार्ड नंबर 69 के ही रहने वाले भुवनेश से भी ऑपइंडिया ने बात की। भुवनेश ने बताया कि कई मंदिर होने की वजह से उनका मोहल्ला राजस्थान की छोटी काशी कहा जाता है। लेकिन आसपास मुस्लिम बस्तियों के कारण उन्हें दर्शन के लिए जाने में कठिनाई होती है। उनका दावा है कि आसपास के मुस्लिम माँस और हड्डी रास्ते पर फेंक देते हैं।
लव जिहाद और छेड़छाड़ आम
भुवनेश का दावा है कि उनके क्षेत्र में कई लड़कियाँ लव जिहाद की शिकार हो चुकी हैं। इनमें से कई वापस भी नहीं लौट पाईं हैं। उनका दावा है कि रात को मोहल्ले के असपास की सड़कों पर मुस्लिम गाड़ियाँ खड़ी कर हंगामा करते हैं। आने-जाने वाली लड़किओं से छेड़खानी करते हैं।
कुछ ही वर्षों में हुआ मुस्लिम बहुल
भुवनेश के अनुसार वार्ड नंबर 69 कभी हिंदू बहुल मोहल्ला था। लेकिन अब यह क्षेत्र मुस्लिम बहुल हो चुका है। भुवनेश का दावा है कि माली समाज सहित कई अन्य बिरादरी के लगभग 50 घर कुछ ही वर्षों के भीतर मुस्लिमों ने खरीदे हैं। उनका कहना है, ” यही हाल रहा तो कुछ समय बाद सभी को पलायन करना पड़ेगा।” उनका यह भी कहना है कि मुस्लिमों के दो समूहों के बीच आपसी विवाद की स्थिति में भी हिंदुओं को नुकसान झेलना पड़ता है। कई बार पत्थरबाजी में हिंदू घरों की खिड़कियों के शीशे टूट चुके हैं।
पार्षद के रिश्तेदार को घर बेचने वाला कौन?
पार्षद फरीद के भाई को घर बेचने वाले का नाम अजय पारीक बताया जा रहा। ऑपइंडिया ने अजय के रिश्तेदार अर्जुन पारीक से बात की। उन्होंने बताया कि कई हिंदू भी इस मकान के लिए अजय को ज्यादा पैसा देने को तैयार थे। बावजूद उसने फरीद के भाई को ही घर क्यों बेची, यह सोचने का विषय है। अर्जुन के अनुसार घर बेचने के बाद से अजय किसी रिश्तेदार का फोन नहीं उठा रहे। उनका कहना है, लगता है कि फरीद के भाई को ही अपना घर बेचने का अजय पर कोई दबाव रहा होगा।
किशनपोल क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता और भाजपा नेता मनीष पारीक ने ऑपइंडिया से बात की। उन्होंने कहा कि जिसने मकान खरीदा है वह कॉन्ग्रेस पार्षद फरीद का भाई है। पार्षद फरीद स्थानीय विधायक अमीन कागजी का काफी करीबी है। उन्होंने कहा, “पुलिस पलायन के पोस्टर लगाने वाले हिंदुओं को खोज रही है, जबकि उसे मकान बेचने वाले अजय पारीक को खोजना चाहिए जो किसी के भी संपर्क में नहीं है।”
ऑपइंडिया ने पलायन के इस मुद्दे को सबसे पहले उठाने वाले भाजपा विधायक रामलाल शर्मा से बात की। भाजपा विधायक ने पुलिस कार्यशैली पर असंतोष जताते हुए कहा कि निष्पक्ष जाँच के बजाए इस मामले को दबाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
हालाँकि स्थानीय मुस्लिम इसे फालतू का विवाद बता रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें हिंदुओं से कोई दिक्कत नहीं है। वहीं फरीद के भाई के घर में सफाई करने गया एक व्यक्ति हिंदुओं पर ही गाली देने का आरोप लगा रहा है।