फिल्म ‘The Kerala Story’ में दिखाया गया था कि कैसे केरल में हिन्दू लड़कियों को फँसा कर उनका ब्रेनवॉश किया जाता है और फिर उन्हें आतंकी संगठन ISIS में सेक्स स्लेव बना कर भेज दिया जाता है। वामपंथी-इस्लामी गिरोह द्वारा फिल्म का खूब विरोध किया गया, लेकिन छोटे बजट की ये फिल्म दुनिया भर में 300 करोड़ से भी अधिक रुपए कमाने में कामयाब रही। बड़ी बात ये है कि इसके बावजूद अब तक इस फिल्म को लेकर विवाद जारी है।
ताज़ा मामला गुजरात के पाटन जिले के बालिसाना से आया है। यहाँ ‘The Kerala Story’ के समर्थन में स्टेटस लगाने पर हिन्दू युवकों पर जानलेवा हमला कर दिया गया। मुस्लिम भीड़ ने मामला शांत होने के बाद भी 5 हिन्दू युवकों पर हमला बोल दिया। हमले में धारदार हथियारों और लोहे के रॉड का इस्तेमाल किया गया, जिसमें 3 युवक घायल हो गए हैं। राधनपुर में उनका इलाज चल रहा है। तनाव के कारण गाँव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
कक्षा 10 के छात्र को मस्जिद में बुलाया, माफ़ी माँगने को मजबूर किया
बताया जाता है कि कुछ दिन पहले 10वीं कक्षा के एक छात्र ने व्हाट्सएप्प पर ‘द केरल स्टोरी’ के समर्थन में स्टेटस लगाया था। उसने फिल्म का पोस्टर शेयर किया था। इसके बाद बालिसाना के ही एक मुस्लिम युवक ने उसे गाली दी। बच्चे को जबरन स्थानीय मस्जिद में बुलाया गया और इस स्टेटस के लिए माफ़ी माँगने के लिए मजबूर किया गया। उसने माफ़ी भी माँग ली, इसके बावजूद मामला नहीं थमा।
एक पीड़ित ने बताया कि रविवार (16 जुलाई, 2023) को रात के भोजन के बाद जब वो अपने दोस्तों के पास जा रहा था, तभी मस्जिद के पास भीड़ इकट्ठी हो गई। पहले उसका नाम पूछा गया, फिर ‘मारो, काटो, ज़िंदा मत जाने देना’ चिल्लाती हुई भीड़ उस पर पिल पड़ी। अब्दुल कादरी ने लोहे की पाइप से युवक के सिर पर वार कर दिया, जिससे वो जमीन पर गिर पड़ा। तोफीक हुसैन, नजीरमियान शेख और शेख साहद मोहम्मद ने मिल कर उसकी पिटाई की।
पीड़ित ने बताया है कि भीड़ उस दौरान चिल्ला रही थी – “माथे में मारो, बचना नहीं चाहिए, मर जाना चाहिए ये”। उसकी छाती और पैर पर भी वार किए गए। उसे बचाने के लिए जब उसके दोस्त आए तो उन्हें भी पीटा गया। घटना के बाद हिन्दू समाज आक्रोशित है। VHP के मेहसाणा संभाग के मंत्री हितेश ठक्कर ने ऑपइंडिया से कहा कि कुछ इलाकों को योजनाबद्ध तरीके से इस्लामी बनाने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने बताया कि इन गाँवों में एक बड़ी मुस्लिम आबादी अवैध रूप से रह रही है।
हिन्दू संगठनों ने चेताया, कहा – यहाँ ‘लव जिहाद’ और ‘लैंड जिहाद’
VHP और ‘बजरंग दल’ ने संदेह जताया है कि यहाँ कुछ लोग घुसपैठियों को बसने में मदद कर रहे है, ऐसे में उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने इन इलाकों में आईडी कार्ड्स के जाँच की भी ज़रूरत जताई। उन्होंने कहा कि इस वारदात में शामिल आरोपितों का परेड निकाला जाना चाहिए और उन्हें पीड़ितों से माफ़ी माँगनी चाहिए। इन संगठनों ने कहा है कि इन इलाकों के हिन्दुओं के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
हितेश ठक्कर ने इस दौरान बड़ा खुलासा किया कि इन इलाकों में एक साजिश के तहत नौकरी या धन का लालच देकर हिन्दू लड़कियों को फँसाने की भी कई घटनाएँ सामने आई हैं। ‘लव जिहाद’ की घटनाएँ बढ़ रही हैं। मेहसाणा डिवीजन के बजरंग दल संयोजक सुनील राजपुरोहित ने भी ऑपइंडिया को बताया कि ये हमला पूर्व-नियोजित साजिश के तहत हुआ है। उन्होंने कहा कि बालिसाना में रोहिंग्या मुस्लिम सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण कर अवैध कब्जा कर रहे हैं।
उन्होंने ‘लव जिहाद’ और ‘लैंड जिहाद’ के आरोप लगाते हुए चेताया कि अगर आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो हिन्दू संगठन सड़क पर उतरेंगे। गौरतलब है कि हिंदू युवकों पर जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने 10 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307, 326, 323, 143, 147, 148, 504, 506 (2), 294 (बी) और जीपीए के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपितों में अब्दुल कादर, तोफीक हुसैन शेख, साहद मोहम्मद हसब शेख, आरिफ अब्दुल शेख, इलियास इब्राहिम शेख, फैजरा अली शेख, सिकंदर अब्दुल, खलील दिलावर और अब्दुल कादरी उर्फ भैलू मास्टर का बेटा शामिल हैं।