आंध्र प्रदेश के कुर्नूल में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 108 फ़ीट ऊँची भगवान रामचंद्र की प्रतिमा का शिलान्यास किया है, जो भारत में उनकी सबसे ऊँची प्रतिमा होगी। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इस प्रतिमा का शिलान्यास किया। कुर्नूल के मंत्रालयम में इस प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा। 500 करोड़ रुपए की लागत से इसका निर्माण किया जा रहा है। ये प्रतिमा आने वाले कई वर्षों तक सनातन धर्म का सन्देश देह-दुनिया को देगा।
इसकी स्थापना के पीछे एक उद्देश्य ये भी है कि वैष्णव परंपरा का भी भारत और दुनिया भर में आने वाले समय में और प्रसार हो सके। ‘मंत्रालयम दास साहित्य प्रकल्प’ के तहत कई सामाजिक कार्य किए जा रहे हैं, जैसे – अन्न दान और विद्या दान। साथ ही लोगों को पीने का स्वच्छ जल भी मुहैया कराया जाता है। उन्हें रहने को घर दिए जाते हैं। इसके अलावा गायों की भी रक्षा की जिम्मेदारी उठाई जाती है। इस दौरान अमित शाह ने याद दिलाया कि कैसे महान विजयनगर साम्राज्य भी तुंगभद्र नदी के किनारे ही स्थित था।
इसी नदी के किनारे 10 एकड़ में ये प्रोजेक्ट फैला होगा और इसका निर्माण कार्य पूरा होने में ढाई वर्ष का समय लगेगा। इस दौरान अमित शाह ने ध्यान दिलाया कि राघवेंद्र स्वामी के मंदिर के लिए मंत्रालयम गाँव पहले से ही काफी लोकप्रिय रहा है। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे विजयनगर साम्राज्य ने पूरे दक्षिण भारत से विदेशी आक्रांताओं को खदेड़ कर स्वदेश और स्वधर्म का शासन स्थापित किया।
Laid the foundation stone for a 108-foot-tall statue of Prabhu Shri Ramachandra Ji, to be built by Shri Raghavendra Swami Mutt at Kurnool, Andhra Pradesh.
— Amit Shah (@AmitShah) July 23, 2023
The colossal statue of Prabhu Ram, which will be the tallest in India, will immerse the city with the emotion of devotion… pic.twitter.com/J45qwGQJvm
इस दौरान केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री ने ये भी ध्यान दिलाया कि कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर का शिलान्यास कर इसके निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया, जबकि ये कई सौ सालों से अटका हुआ था। सैकड़ों वर्षों बाद भगवान श्रीराम अपने जगह पर पहुँचेंगे। इस दौरान अमित शाह ने दक्षिण भारत में वैष्णव परंपरा को आगे ले जाने वाले संतों को भी याद किया। बता दें कि कुर्नूल एक ऐतिहासिक शहर है, अक्टूबर 1953 से लेकर अक्टूबर 1956 तक आंध्र की राजधानी भी रहा है।