छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में कचरा फेंकने से शुरू हुए विवाद ने हिंसा का रूप ले लिया। यहाँ संजय चौधरी ने सड़क पर कचरा फेंका, तो पड़ोसी राजेश तिवारी ने इसका विरोध किया।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की सरकार का कहना है कि यह सिर्फ जंगल बचाने का मामला नहीं है, बल्कि यह असम की पहचान और जनसंख्या संतुलन को बचाने की लड़ाई है।
छांगुर ने उतरौला में कई लोगों के नाम पर पहले जमीन खरीदी और फिर सरकारी जमीनों पर कब्जा जमा लिया। इसके लिए जमीनों पर गरीबों का नाम दिखा कर कागजों में हेर-फेर भी की।
2019 में ही सितंबर में जलालुद्दीन महिला को दवा दिलाने की बात कहकर कॉन्ग्रेस कार्यालय ले गया और महिला के साथ रेप किया। बाद में धर्मांतरण के लिए भी दबाव बनाया।