बांग्लादेश में 28 सितंबर और 1 अक्टूबर को पबना जिले के सुजानगर उपजिला में दो पूजा मंडपों पर हमले किए गए, जिसमें दुर्गा और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियाँ तोड़ी गईं।
पाकिस्तानी परिवार को भारत में फर्जी पहचान के साथ लाने का काम मेहदी फाउंडेशन का था। इस संस्था ने ही परिवार के फर्जी पहचान पत्र से लेकर अन्य फर्जी दस्तावेज बनवाए थे।
लिबरल-वामपंथी गैग कहती है कि लव जिहाद जैसा कुछ नहीं है... अगर ये सच है तो फिर क्यों नाम छिपा कर लड़कियों को फँसाया जाता है और फिर उनपर इस्लाम कबूलने का दबाव बनाया जाता है।