राजनीतिक दल की सदस्यता लेनी खिलाड़ियों के लिए नई बात नहीं है। लेकिन बजरंग और विनेश ने जिस तरह से पॉलिटिकल एंट्री ली है, उससे खिलाड़ियों की विश्वसनीयता पर सवाल उठेंगे।
चुनावी हिंसा, संदेशखली और चोपरा में पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए ममता बनर्जी ने क्या कार्रवाई की? केंद्र सरकार बार-बार टास्क फ़ोर्स और पॉक्सो अदालतों के गठन के लिए पत्र भेजती रही, TMC सरकार सोई रही।
ममता बनर्जी ने अन्य राज्यों को जलाने की धमकी दी, राष्ट्रपति को भला-बुरा कह रहीं। राज्य में बलात्कार-हत्या के मामले में न्याय माँगना गुनाह है। महुआ मोइत्रा 'तानाशाही' के लक्षण गिनाती फिरती हैं, यहाँ जुबान चुप है।
राहुल गाँधी अक्सर जब हिंदू त्योहारों पर पोस्ट करते हैं तो उनके पोस्टों में हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरें पूरी तरह गायब रहती हैं। ऐसे में सवाल तो उठता है कि भगवान के साकार रूप से समस्या क्या है?