Monday, December 23, 2024
Homeफ़ैक्ट चेकमीडिया फ़ैक्ट चेकUPI ट्रांजैक्शन में नहीं आएगा कोई अतिरिक्त खर्चा: मीडिया के झूठ की PIB ने...

UPI ट्रांजैक्शन में नहीं आएगा कोई अतिरिक्त खर्चा: मीडिया के झूठ की PIB ने खोली पोल, जानें क्या है पूरा मामला

मीडिया के इसी दावे को खारिज करते हुए सरकार ने किसी भी यूपीआई ट्रांजैक्शन के चार्ज में हुई बढ़ोतरी से इंकार किया है। पीआईबी ने अपने फैक्ट चेक में स्पष्ट किया है कि NPCI की ओर से ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

नया साल आने से पहले मीडिया खबरों में सरकार द्वारा किए नए बदलावों के बारे में चर्चा होनी शुरू हो जाती है। फर्क़ यदि जनता की जेब पर पड़े तो ऐसी खबरों को बढ़ चढ़ कर कवर भी किया जाता है। कुछ ऐसा ही 2-3 दिन पहले हुआ। 

अधिकतर हिंदी वेबसाइट्स पर ऐसी खबर प्रकाशित की गई जिसमें दावा था कि नए साल में UPI ट्रांजैक्शन महँगा होने वाला है और यदि थर्ड पार्टी एप्स से पेमेंट की गई तो अतिरिक्त चार्ज लगेगा।

खबरों में दावे की पुष्टि के लिए NPCI के फैसले का हवाला दिया गया और कहा गया कि NPCI ने एक जनवरी से यूपीआई के जरिए पेमेंट के लिए अतिरिक्त चार्ज लगाने का फैसला लिया है।

विभिन्न रिपोर्टों में कहा गया कि एनपीसीआई ने नए साल पर थर्ड पार्टी एप पर 30 फीसदी का कैप लगा दिया है। इसका उद्देश्य भविष्य में किसी भी थर्ड पार्टी ऐप की मोनोपॉली रोकने और साइज के हिसाब से उसे मिलने वाले खास फायदे को रोकने के लिए किया गया है।

आगे खबरों में ये भी कहा गया डिजिटल पेमेंट करने वाले ग्राहकों को फोनपे, गूगलपे, एमेजॉन पे जैसे थर्ड पार्टी ऐप्स से पेमेंट करने पर एक्सट्रा चार्ज देना होगा। हालाँकि, पेटीएम जैसे ऐप पर एनसीपीआई ने कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं लगाया है।

अब मीडिया के इसी दावे को खारिज करते हुए सरकार ने किसी भी यूपीआई ट्रांजैक्शन के चार्ज में हुई बढ़ोतरी से इंकार किया है। पीआईबी ने अपने फैक्ट चेक में स्पष्ट किया है कि NPCI की ओर से ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स बता रही हैं कि थर्ड पार्टी एप से ट्रांजैक्शन करने पर अतिरिक्त चार्ज लगेगा।

पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने ट्विटर पर लिखा, “यह दावे गलत हैं। NPCI की ओर से ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है।” इसके अलावा NPCI ने भी अपनी ओर से कहा, “NPCI यह स्पष्ट करना चाहता है कि जो खबरें आ रही हैं कि UPI ट्रांजैक्शन पर 1 जनवरी 2021 से अतिरिक्त चार्ज लगेगा, वो पूर्णत: फर्जी है। 5 नवंबर को जारी की गई हमारी प्रेस रिलीज मेें कीमत या चार्ज से जुड़ा कुछ भी नहीं है।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -