तृणमूल कॉन्ग्रेस के राज्यसभा सांसद और पूर्व IAS जवाहर सरकार ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर झूठ फैलाने की कोशिश की है। जवाहर सरकार ने शनिवार (17 सितंबर, 2022) को मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में ‘प्रोजेक्ट चीता’ (Project Cheetah) के दौरान ली गई PM मोदी की फोटो का एडिटेड वर्जन ट्वीट किया। इस एडिटेड फोटो में प्रधानमंत्री मोदी के हाथ में पकड़े कैमरे का ढक्कन बंद दिखाया गया है जबकि असल फोटो में कैमरे पर कैप नहीं था।
सोशल मीडिया पर फजीहत होने के बाद जवाहर ने ट्वीट डिलीट कर लिया है लेकिन उसका स्क्रीनशॉट वायरल हो गया। दूरदर्शन के सीनियर जर्नलिस्ट अशोक श्रीवास्तव ने इस फोटो को शेयर करते हुए लिखा, “भारत के प्रधानमंत्री की ये दोनों तस्वीरें फेक हैं, मोदी को ट्रोल करने के लिए फोटोशॉप करके ट्वीट की गईं हैं। और ये फेक तस्वीर ट्वीट करने वाले वर्तमान में राज्यसभा के सांसद हैं जो पब्लिक ब्रॉडकास्टर प्रसार भारती के सीईओ और देश के पूर्व संस्कृति सचिव रह चुके हैं।”
भारत के प्रधानमंत्री की ये दोनों तस्वीरें फेक हैं, #Narendra_Modi को ट्रोल करने के लिए #Photoshop करके ट्वीट की गईं हैं। और ये फेक तस्वीर ट्वीट करने वाले वर्तमान में राज्यसभा के सांसद हैं जो पब्लिक ब्रॉडकास्टर प्रसार भारती के सीईओ और देश के पूर्व संस्कृति सचिव रह चुके हैं। pic.twitter.com/JWeg32Cpu1
— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) September 17, 2022
सोशल मीडिया पर उठ रही कार्रवाई की माँग
भले ही जवाहर सरकार ने बाद में अपने ट्वीट को डिलीट कर लिया हो लेकिन अब उनके स्क्रीनशॉट वायरल हो के बाद उन पर कार्रवाई की माँग की जा रही है। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने दिल्ली पुलिस, UP पुलिस और PMO को टैग कर के जवाहर सरकार पर कार्रवाई की माँग कर रहे हैं। वहीं कई नेटिजन्स जवाहर की अपने शब्दों में आलोचना कर रहे हैं।
पहले भी ऐसी हरकतें कर चुके हैं जवाहर सरकार
गौरतलब है कि पूर्व IAS जवाहर सरकार ने ऐसी हरकत पहली बार नहीं की है। इस से पहले भी वो विभिन्न मौकों पर अफवाह फैलते पाए गए हैं। जवाहर ने 07 जून 2021 को पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए एक फोटोशॉप्ड तस्वीर शेयर की थी जिसमें पीएम मोदी को नीता अंबानी के सामने हाथ जोड़े हुए दिखाया गया। जवाहर ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा था कि कैसे देश के पीएम अपने दोस्तों के साथ इतने विनम्र हो जाते हैं कि उनके आगे हाथ जोड़ लेते हैं।
इसके अलावा 2 मई 2014 को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रसार भारती के सीईओ रहते हुए जवाहर ने 2014 लोकसभा चुनावों के दौरान दूरदर्शन पर प्रसारित बीजेपी के तत्कालीन प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के इंटरव्यू को ‘स्पष्ट रूप से एडिट’ करने की बात स्वीकार की थी। मोदी का ये इंटरव्यू 27 अप्रैल, 2014 को दूरदर्शन पर प्रसारित हुआ था।
23 दिसंबर को जवाहर सरकार ने एक अन्य टीएमसी नेता रिजू दत्ता के साथ अपने ट्विटर पर एक एडिटेड वीडियो शेयर किया था। इस वीडियो में पीएम मोदी और सीएम योगी काशी परिक्रमा करते दिख रहे थे और उनके पीछे लोग ‘मोदी हाय-हाय, योगी चोर है’ के नारे लगा रहे थे। उनके साथ इस वीडियो को जवाहर सरकार ने भी शेयर किया था। इस मामले में रिजू दत्ता के ख़िलाफ़ वाराणसी के दशाश्वमेध थाना में एफआईआर दर्ज हुई थी।