NDA द्वारा राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू का नाम कई लोगों को अखर रहा है। यही वजह है कि वह एक जनजाति महिला नेता के विरुद्ध सोशल मीडिया पर फर्जी दावे कर रहे हैं। मोदी सरकार के कट्टर विरोधी प्रशांत भूषण इन्हीं लोगों में से एक हैं।
उन्होंने द्रौपदी मुर्मू की एक फोटो शेयर करके दावा किया है कि अगर वह राष्ट्रपति बन गईं तो पीछे से भाजपा और आरएसएस काम करेंगे, उनका केवल ठप्पा होगा। इतना ही नहीं प्रशांत भूषण ने ये भी कहा कि मुर्मू स्वतंत्र रूप से कार्यभार नहीं संभाल पाएँगी।
अपने दावे को साबित करने के लिए उन्होंने एक फोटो शेयर की है। इस फोटो में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और द्रौपदी मुर्मू भारत माता के आगे शीष झुकाते दिख रहे हैं। इस तस्वीर के साथ प्रशांत ने लिखा, “भाजपा की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू मोहन भागवत से मिलने नागपुर में आरएसएस के हेडक्वार्टर गईं! क्या कोई संदेह बचता है कि वो सिर्फ एक मोहरा होंगी और स्वतंत्रत रूप से नहीं काम कर पाएँगी?”
भूषण ने अपने इस ट्वीट को डिलीट कर दिया। कारण है- इसका फर्जी होना।
दरअसल जो फोटो प्रशांत भूषण ने साझा की है वो एडिटिड है और दो फोटो काटकर एक फोटो बनाई गई है। एक फोटो आरएसएस के ट्विटर पर 11 मार्च 2022 को अपलोड की गई थी। इसमें मोहन भागवत गुजरात के एक कार्यक्रम में माँ भारती को प्रणाम कर रहे थे। उनके साथ दत्तारेया होसबोले भी थे। फोटो में देख सकते हैं कि बैकग्राउंड वही है, कपड़े वही हैं, बस द्रौपदी मुर्मू इसमें नहीं है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक आज गुजरात के कर्णावती में प्रारम्भ हुई। बैठक का शुभारम्भ पू. सरसंघचालक डॉ. मोहनजी भागवत और मा. सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले जी ने भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन करके किया। बैठक 13 मार्च को सम्पन्न होगी। pic.twitter.com/gWNk7KwpwZ
— RSS (@RSSorg) March 11, 2022
अब सवाल है कि द्रौपदी मुर्मू की यह तस्वीर यहाँ आई कैसे। तो बता दें कि इस तस्वीर को द क्विंट के आर्टिकल में 24 जून 2022 को पब्लिश किया गया था। आर्टिकल में द्रौपदी मुर्मू झारखंड सीएम हेमंत सोरेन का अभिवादन कर रही थीं। वहीं सोरेन भी उन्हें झुक कर नमस्ते कर रहे थे।
इसी तस्वीर को एडिटिड तस्वीर में जोड़ा गया और प्रशांत भूषण ने लोगों को बरगलाने के लिए इसे शेयर भी कर दिया। हालाँकि जब बाद में सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा इस पर ये कहा गया कि ये मैनिपुलेट करने वाला ट्वीट है तब इसे हटाया गया।
अब दोनों तस्वीरों को देख पता लगाया जा सकता है कि कैसे तस्वीर एडिट करने वाले ने द्रौपदी मुर्मू को संघी प्रदर्शित करने के लिए फोटो से छेड़छाड़ कर उसकी मिरर इमेज बनाई और फिर उसे आगे बढ़ाया। प्रशांत भूषण ने भी मुर्मू से जुड़ी फर्जी खबर फैलाने में योगदान दिया और मनगढ़ंत दावा किया।
हकीकत में भूषण लंबे से फर्जी न्यूज फैलाने के लिए कुख्यात रहे हैं। पिछले साल उन्होंने कोविड को लेकर, कोविड वैक्सीन को लेकर, उसके प्रभावों को लेकर, मास्क के विरोध में कई तरह के झूठ फैलाए थे।