Sunday, December 22, 2024
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मोहम्मद जुबैर ने फर्जी लेटर शेयर किया, लिखा- प्रमोद कृष्णम को कॉन्ग्रेस से निकाला: झूठ पकड़ाते ही ट्वीट डिलीट कर भागा, फैक्टचेकर होने का करता है दावा

खुद के फैक्टचेकर होने का दावा करने वाले जुबैर ने इस पोस्ट के साथ जो लेटर शेयर किया है, उसमें बहुत निचले स्तर की गलतियाँ हैं। ऐसी गलतियाँ जिसे कोई आम इंसान भी पहली नजर में पकड़ ले। लेकिन जुबैर ने उन्हें देखना जरूरी नहीं समझा, क्योंकि उसे फेक न्यूज फैलाने की जल्दी थी।

फैक्टचेक के नाम पर फेक न्यूज फैलाने वाले मोहम्मद जुबैर की बदमाशी फिर से सामने आई है। उसने एक फर्जी लेटर एक्स/ट्विटर पर शेयर कर दावा किया कि आचार्य प्रमोद कृष्णम को कॉन्ग्रेस ने पार्टी से निकाल दिया है। अपने झूठ का पर्दाफाश होते ही उसने बिना किसी स्पष्टीकरण के ट्वीट डिलीट कर दिया।

शुक्रवार (2 फरवरी 2024) को ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर ने कॉन्ग्रेस से आचार्य प्रमोद कृष्णम को निकाले जाने का दावा एक्स पर किया। मोहम्मद जुबैर ने एक्स पर पोस्ट करते हुए दावा किया, “आखिरकार कॉन्ग्रेस ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को निलंबित कर दिया। कम से कम 2 साल की देर कर दी। ये एएनआई के लिए भी दुख की बात है जो नियमित रूप से कॉन्ग्रेस विरोधी कोट के लिए उनके पास जाता है।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से से कल्कि धाम पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम की मुलाकात के बाद यह दावा किया गया।

जुबैर का फैलाया फेक न्यूज (फोटो साभार X/Zoo_bear)

खुद के फैक्टचेकर होने का दावा करने वाले जुबैर ने इस पोस्ट के साथ जो लेटर शेयर किया है, उसमें बहुत निचले स्तर की गलतियाँ हैं। ऐसी गलतियाँ जिसे कोई आम इंसान भी पहली नजर में पकड़ ले। लेकिन जुबैर ने उन्हें देखना जरूरी नहीं समझा, क्योंकि उसे फेक न्यूज फैलाने की जल्दी थी। यह लेटर ‘राव साहब’ के नाम से जारी किया गया था। ‘राव साहब’कोई व्यक्ति नहीं, बल्कि हरियाणा में सामान्य संबोधन का एक शब्द है।

फैक्ट चेक के धंधे के नाम पर मोहम्मद जुबैर आम लोगों से पैसे माँगता है, लेकिन उसने इस बात को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया कि यह लेटर 10 डाउनिंग स्ट्रीट लिखे पते से जारी हुआ है। यह लंदन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का आधिकारिक पता है। फैक्ट चेक के सामान्य दिशा-निर्देशों को पूरी तरह से दरकिनार कर मोहम्मद जुबैर ने फर्जी लेटर के दम पर दावा कर दिया कि अखिल भारतीय कॉन्ग्रेस स्वयंसेवक समिति के CWC मेंबर कथित ‘राव साहब’ ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को कॉन्ग्रेस पार्टी से निलंबित कर दिया है। लेकिन ऐसा न तो कोई पद है और न ही ऐसा कोई व्यक्ति।

दिलचस्प बात यह है कि कॉन्ग्रेस पार्टी के नाम से वायरल लेटर के फर्जी होने का खुलासा एक दिन पहले गुरुवार (1 फरवरी) को पत्रकार सचिन गुप्ता ने किया था। उन्होंने बताया था कि आचार्य प्रमोद कृष्णम के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) ने इस दावे को खारिज किया है।

बहरहाल, इस बात ने मोहम्मद जुबैर को दुष्प्रचार को फैलाने और आगे बढ़ाने से नहीं रोका। बाद में झूठ पकड़े जाने पर उसने बिना किसी माफी या स्पष्टीकरण के बेशर्मी से ट्वीट डिलीट कर दिया।

सनातन विरोधी तमिलनाडु की डीएमके सरकार ने किया था सम्मानित

बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी 2024 को तमिलनाडु सरकार ने मोहम्मद जुबैर को कोट्टई अमीर सांप्रदायिक सद्भाव पुरस्कार से सम्मानित किया था। ये सम्मान उसे फैक्ट चेकिंग के नाम पर दिया गया था, जबकि हकीकत सामने है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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