कर्नाटक के हिजाब विवाद को लेकर इन दिनों सोशल मीडिया पर कई तरह की गलत जानकारियाँ लगातार शेयर की जा रही हैं। इन गलत जानकारियों से लोगों को भड़काने की कोशिश भी हो रही है। ऐसी ही एक वायरल पोस्ट इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर की जा रही है।
सोशल मीडिया पर किया जाने वाला दावा
यह वीडियो इस दावे के साथ वायरल की जा रही है कि कर्नाटक पुलिस ने शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब प्रतिबंध का विरोध करने वाले मुस्लिमों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोग बुर्का पहने हुए थे और बुर्का उतारने पर पता चलता है कि उनमें से 40% पुरुष थे।
Video claiming Karnataka police arresting burqa clad agitators and 40 percent of them being boys in women’s attire: True facts – Karnataka State Police FactCheck https://t.co/VYjmbEFBbo
— DGP KARNATAKA (@DgpKarnataka) February 21, 2022
वायरल वीडियो का दावा है फेक
कर्नाटक पुलिस की फैक्ट चेक साइट के अनुसार यह वीडियो कर्नाटक की नहीं, बल्कि तेलंगाना की है। घटना 18 अगस्त 2020 की है। वीडियो में दिख रहे व्यक्ति को तेलंगाना से गिरफ्तार किया गया था। वह आंध्र प्रदेश में शराब की तस्करी करने की कोशिश कर रहा था। उसने खुद की पहचान को छिपाने के लिए बुर्का पहन रखा था।
यह घटना कर्नाटक में नहीं बल्कि आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के पंचलिंगाला चेक पोस्ट पर हुई थी। ऐसे में इस वीडियो की सच्चाई जाने बिना लोग इसे खूब शेयर कर रहे हैं और पुलिस की आलोचना कर रहे हैं।
गौरतलब है कि कर्नाटक में चल रहे बुर्का विवाद (Hijab Controversy) पर हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है। सोमवार (21 फरवरी 2022) को हाई कोर्ट में हुई सुनवाई एक बार फिर बिन किसी नतीजे पर पहुँचे टल गई। इस दौरान राज्य सरकार ने कोर्ट के सामने इस बात को स्पष्ट किया कि उन्होंने अपने 5 फरवरी वाले सरकारी आदेश में हिजाब पर प्रतिबंध नहीं लगाया है। उन्होंने सिर्फ कॉलेज विकास समितियों को यूनिफॉर्म पर निर्णय लेने का अधिकार दिया है।