Sunday, November 24, 2024
Homeफ़ैक्ट चेकसोशल मीडिया फ़ैक्ट चेकमहिलाओं को गंदे-गंदे इशारे, मोहल्ले में ही मल-मूत्र... हल्द्वानी में मुस्लिम भीड़ ने थाने...

महिलाओं को गंदे-गंदे इशारे, मोहल्ले में ही मल-मूत्र… हल्द्वानी में मुस्लिम भीड़ ने थाने में की तोड़फोड़, 800 पर FIR: सोशल मीडिया पर गिरोह बता रहा ‘पीड़ित’

हल्ले में जमा नमाजियों के खिलाफ बजरंग दल ने 3 अप्रैल को ही FIR दर्ज करवा दी थी। यह केस धार्मिक भावनाओ को भड़काने की धारा IPC 153 A और 295 A के तहत दर्ज हुआ है।

उत्तराखंड के हल्द्वानी में सोमवार (3 अप्रैल, 2023) को सैकड़ों की संख्या में जमा एक भीड़ ने कोतवाली सिटी के आगे हंगामा किया। इस भीड़ का आरोप था कि हिन्दू संगठनों ने किसी मस्जिद के इमाम से बदतमीजी की है। भीड़ पुलिस स्टेशन के आगे नारेबाजी कर रही थी। सोशल मीडिया के वामपंथी और इस्लामी गिरोह ने इस पूरे हंगामे को हिन्दू विरोधी एंगल देते हुए शेयर किया। पिछले कुछ समय से कई भ्रामक ट्वीट कर चुके मीर फैसल ने इस वीडियो को 4 अप्रैल को शेयर किया।

इस वीडियो में थाने के आगे मुस्लिम भीड़ हंगामा करती दिख रही, लेकिन मीर फैसल ने अपने कैप्शन में खुल कर हिंदूवादियों को इमाम पर हमले का आरोपित बताया है। मीर फैसल के अलावा मिल्लत टाइम्स, सदफ अमीन, जुरनो मिरर और अहमद कबीर आदि ने हिंदूवादियों को टारगेट करते हुए कमेंट किए। इन कमेंट्स में किसी वकील के यहाँ 20 साल से नमाज़ होने और उसे रोकने का भी दावा किया गया।

हल्द्वानी प्रकरण पर हुए ट्वीट्स

नजूल की भूमि पर अनधिकृत नमाज़

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस स्थान पर नमाज़ का विरोध हुआ वो जगह नजूल की भूमि (शासकीय जमीन या जिसका मालिकाना हक़ किसी के पास न हो) है। आरोप है कि वहाँ अनधिकृत रूप से नमाज़ पढ़ी जा रही थी, जिसका महज विरोध करने पर मुस्लिम पक्ष ने हंगामा खड़ा कर दिया। यहाँ तक कि जिस भवन में नमाज़ होती थी, वो भी बिना नक्शा पास किए बना हुआ बताया गया। दावा है कि विवाद के बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने भवन को सील कर दिया है।

वहीं जिस भीड़ को मीर फैसल व उनके जैसे कुछ अन्य प्रदर्शनकारी बता रहे, उस पर थाने में रखे गमले तोड़ने, सड़क मार्ग जाम करने और सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप है। पुलिस ने कुल 800 उपद्रवियों के खिलाफ IPC की धारा 147, 332, 353, 341 और 427 के तहत FIR दर्ज की है। CCTV फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की तलाश की जा रही है। आरोप है कि उपद्रवी भीड़ आम लोगों को भी नुकसान पहुँचाना चाहती थी लेकिन पुलिस की सक्रियता से ये नहीं हो पाया।

‘बजरंग दल’ पर इमाम की पिटाई के आरोप निराधार

3 अप्रैल को घटना के दौरान हिन्दू संगठन के समूह का नेतृत्व करने वाले बजरंग दल जिला संयोजक जोगिंदर सिंह राणा उर्फ़ जोगी से ऑपइंडिया ने बात की। उन्होंने बताया कि बजरंग दल पर किसी इमाम की पिटाई के आरोप झूठे हैं। जोगिंदर राणा के मुताबिक, इस पूरे मामले की जड़ में नैनीताल हाईकोर्ट का एक वकील जफर सिद्दीकी है जो 90% से अधिक आबादी वाले हिन्दू बहुल सरना कोटि मोहल्ले में बाहरी लोगों को बुला कर नमाज़ पढ़ाता था।

राणा का आरोप है कि बाहरी नमाज़ियों के रास्ते में कई मस्जिदें पड़ती हैं, लेकिन हिन्दुओं के मोहल्ले में नमाज़ पढ़ने की जिद और वहाँ महिलाओं से अभद्रता के लिए वो वहाँ गए थे। उन्होंने कहा कि सिटी मजिस्ट्रेट और पुलिस की मौजूदगी में किसी से मारपीट के आरोप निराधार हैं।

जिसे मौलाना बताया जा रहा वो है संदिग्ध बांग्लादेशी

बजरंग दल पदाधिकारी जोगिंदर सिंह के अनुसार जिसे मौलाना बता कर प्रचारित किया जा रहा वो असल में संदिग्ध तौर पर बांग्लादेशी है। जोगिंदर ने कहा, “मौलाना बताए जा रहे संदिग्ध की उम्र लगभग 23-24 साल है जिसे खुद मुस्लिम लोग ही बंगाली कह कर पुकारते हैं।” हालाँकि, पुलिस को दी गई शिकायत में यह नाम मौलाना शाहिद हुसैन बताया गया है। पुलिस द्वारा पूछे जाने पर कथित लगभग 25 साल के इमाम ने 13 साल (2010) से उसी जगह पर नमाज पढ़ाने का हैरानी भरा दावा किया।

FIR के बदले FIR का खेल

मोहल्ले में जमा नमाजियों के खिलाफ बजरंग दल ने 3 अप्रैल को ही FIR दर्ज करवा दी थी। यह केस धार्मिक भावनाओ को भड़काने की धारा IPC 153 A और 295 A के तहत दर्ज हुआ है। जोगिन्दर राणा के मुताबिक रात में थाने के आगे मुस्लिमों द्वारा किया गया हंगामा FIR के बदले FIR की साजिश का हिस्सा था जिसमें वो सफल भी रहे। जोगिंदर ने कहा, “मुस्लिमों की तरफ से दी गई तहरीर में मुकेश भट्ट नाम के व्यक्ति पर FIR दर्ज हो गई है जिसने सबसे पहले और प्रमुखता से नमाज़ का विरोध किया था।”

जिस मोहल्ले में नमाज़ को ले कर पूरा विवाद खड़ा हुआ है वहाँ की रहने वाली इस महिला ने जमा होने वाले नमाज़ियों पर अपने परिवार को डराने धमकाने का आरोप लगाया है। 3 अप्रैल को ही पुलिस में दी गई शिकायत में पीड़िता का आरोप है कि नवरात्रि में उनके घर में हो रहे भजन को भी नमाज के नाम पर जमा हुए लोगो ने बंद करवा दिया था। शिकायत में यह भी आरोप है कि जिस बेसमेंट को मस्जिद बताया जा रहा है वहाँ कई संदिग्ध लोगों का आना-जाना लगा रहता है जो न सिर्फ गंदे-गंदे इशारे करते है बल्कि मोहल्ले में ही मल-मूत्र करते हैं।

पीड़िता को अपनी 9 साल की बच्ची की भी सुरक्षा की फ़िक्र है। ऑपइंडिया के पास शिकायत कॉपी मौजूद है।

पहले भी हुई थी शिकायत पर नहीं हुई कार्रवाई

‘बजरंग दल’ के जोगिंदर राणा ने ऑपइंडिया को एक पत्र भेजा है। इस पत्र पर कई लोगों के दस्तखत हैं। जोगिन्दर का कहना है कि यह साल भर से अधिक पुराना शिकायती पत्र है। सिटी मजिस्ट्रेट को सम्बोधित इस पत्र में हिन्द बहुल कॉलोनी में महज 2 घर मुस्लिमों के बताते हुए अवैध तौर पर एक मस्जिद के निर्माण का आरोप लगाया गया है। पत्र में लोगों ने प्रशासन से मस्जिद निर्माण रोकने की अपील की है। जोगिंदर जोगी का आरोप है कि तब प्रशासन ने इस शिकायत पर ध्यान नहीं दिया था। यह शिकायत सरना कोटि कालोनी के वकील जफर सिद्दीकी के ही खिलाफ ही थी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

राहुल पाण्डेय
राहुल पाण्डेयhttp://www.opindia.com
धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में BJP की अगुवाई वाली महायुति ने रचा इतिहास, यूपी-बिहार-राजस्थान उपचुनावों में INDI गठबंधन को दी पटखनी: जानिए 15 राज्यों के...

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी की अगुवाई वाली महायुति ने इतिहास रच दिया। महायुति की तिकड़ी ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए बहुमत से सरकार बनाने का रास्ता साफ किया।

अडानी के बाद अमेरिका के निशाने पर एक और भारतीय: न्याय विभाग ने संजय कौशिक पर अमेरिकी एयरक्राफ्ट तकनीक रूस को बेचने का लगाया...

अमेरिका में अडानी समूह के बाद एक और भारतीय व्यक्ति को निशाना बनाया गया है। संजय कौशिक नाम के एक और भारतीय नागरिक को गिरफ्तार किया गया है।
- विज्ञापन -