साल 2024 में काँवड़ यात्रा के शुरू होने से पहले ही इसके खिलाफ दुष्प्रचार का एक बड़ा अभियान छेड़ा गया है। यात्रा में होने वाले हर विवाद को एकतरफा सूचना के साथ एक ख़ास गिरोह द्वारा बढ़ा-चढ़ा कर पेश करने की होड़ मची हुई है। ताजा मामला गाजियाबाद जिले का है जहाँ पुलिस का स्टीकर चिपकाए और हूटर लगाए एक गाड़ी में कुछ काँवड़ियों द्वारा तोड़फोड़ की जा रही है। मोहम्मद ज़ुबैर जैसे अफवाहबाजों द्वारा उड़ाई गई इस खबर की ऑपइंडिया ने जमीनी तौर पर पड़ताल की।
आए दिन भ्रामक और हिन्दू विरोधी खबरें शेयर करने के लिए कुख्यात कथित पत्रकार ज़ाकिर अली त्यागी ने सोमवार (29 जुलाई, 2024) को 45 सेकेंड का एक वीडियो कुछ तस्वीरों के साथ शेयर किया है। उसने अपने ‘X’ हैंडल पर लिखा, “ग़ाज़ियाबाद के दुहाई में पुलिस की गाड़ी ग़लती से काँवड़िया लेन में घुस गई। कावड़ियों को गुस्सा आ गया और उन्होंने गाड़ी में ख़ूब तोड़फोड़ की और उसे पलट भी दिया। पुलिस की गाड़ी का हूटर बजता रहा कि काँवड़िए डर जाएँगे, लेकिन ऐसा नही हुआ क्योंकि एक कहावत है लातों के भूत बातों से नही मानते।”
ग़ाज़ियाबाद के दुहाई में पुलिस की गाड़ी ग़लती से कावड़ियां लेन में घुस गई ,कावड़ियों को गुस्सा आ गया और उन्होंने गाड़ी में ख़ूब तोड़फोड़ की और उसे पलट भी दिया, पुलिस की गाड़ी का हूटर बजता रहा कि कावड़िये डर जायेंगे लेकिन ऐसा नही हुआ क्योंकि एक कहावत है लातों के भूत बातों से नही… pic.twitter.com/brQl42EK8S
— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) July 29, 2024
ज़ाकिर अली त्यागी ने काँवड़ियों को उपद्रवियों, पत्थरबाजों और लठैत कह कर सम्बोधित किया और पुलिस से उनका ‘माक़ूल इलाज़’ करने की माँग की है। इसी वीडियो को ज़ाकिर अली का आदतन साथी वसीम अकरम त्यागी ने भी शेयर किया है। उसने DGP उत्तर प्रदेश से काँवड़ियों पर बुलडोजर चलाने और उन्ही से वसूली करने की माँग की है।
सचिन गुप्ता और ममता त्रिपाठी ने भी अपने-अपने ‘X’ हैंडलों से इस गाड़ी को पुलिस का वाहन बताया है। ममता त्रिपाठी ने तो योगी आदित्यनाथ द्वारा काँवड़ियों को पढ़ाए अनुशासन के पाठ का भी जिक्र किया है। सचिन गुप्ता ने तो अपने इस ट्वीट को पिन कर रखा है।
फैक्ट चेक के नाम पर मज़हबी एजेंडा चला रहा मोहम्मद ज़ुबैर भी इसमें पीछे नहीं रहा। उसने भी गाड़ी को पुलिस का बताया और अपने ‘X’ हैंडल से भ्रम फैला दिया।
गाड़ी पुलिस की नहीं, स्टीकर अवैध
ऑपइंडिया ने इस घटना की जमीनी पड़ताल की तो पता चला कि मामला गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र का है। थाना प्रभारी शैलेन्द्र तोमर ने ऑपइंडिया से बताया कि जिस वाहन में तोड़फोड़ की गई है वह पुलिस विभाग की नहीं है। क्षतिग्रस्त किया गया महिंद्रा बोलेरो वाहन गाजियाबाद के ही लोनी निवासी एक प्राइवेट व्यक्ति का है। फिलहाल यह वाहन बिजली विभाग में संविदा पर लगाया गया है जिसे पुलिस का स्टीकर लगाने का अधिकार नहीं था।
अनाधिकृत रूप से घुस कर काँवड़ियों को मारी ठोकर
पुलिस सूत्रों से ऑपइंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस का स्टीकर और हूटर लगाया वाहन अनाधिकृत रूप से मुरादनगर के पास बैरिकेड क्रॉस कर के अवैध तौर पर काँवड़ मार्ग पर घुसा था। वाहन में एक ड्राइवर मौजूद था जो बेढंगे अंदाज़ में गाड़ी चला रहा था। वाहन जिस इलाके में चलाया जा रहा था वो काँवड़ियों के लिए आरक्षित थी। लगभग 6-7 किलोमीटर चलने के बाद मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र में इस वाहन ने एक काँवड़ यात्री को ठोकर मार दी। ठोकर से काँवड़ यात्री को मामूली चोट आई। इस से साथ चल रहे अन्य काँवड़िए भड़क गए।
माफ़ी माँगने की बजाए झाड़ रहा था रौब
घटनास्थल पर मौजूद कुछ स्थानीय लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर ऑपइंडिया को बताया कि काँवड़ यात्री (भोले) को ठोकर मारने के बाद आरोपित ड्राइवर अवनीश त्यागी माफ़ी माँगने की बजाए काँवड़ियों पर रौब झाड़ने लगा। वह हूटर बजा कर वहाँ से भागने की भी कोशिश करने लगा। काँवड़ खंडित होने का आरोप लगा कर पहले से नाराज काँवड़ियों को इस बीच यह भी पता चल चुका था कि गाड़ी पुलिस की नहीं है बल्कि हूटर और स्टीकर का अवैध तौर पर दुरुपयोग हो रहा था। भड़के काँवड़ियों ने गाड़ी में तोड़फोड़ शुरू कर दी।
कांवड़ियों को "अराजक" ठहराने की साजिश..!!
— Shivam Dixit (@ShivamdixitInd) July 29, 2024
दावा – कांवड़ियों ने पुलिस की गाड़ी तोड़ी
सच्चाई – ये गाड़ी सरकारी नहीं थी, जबरन हूटर बजा बजा कर कांवड़ियों के लिए आरक्षित लाइन में घुसी।
आगे जाकर इसने एक कांवड़िए को टक्कर मार दी। जिसमें कावड़ियों घायल हो गए। उसके बाद की ये वीडियो… pic.twitter.com/cD9nkWz32K
ड्राइवर हिरासत में, कानूनी कार्रवाई जारी
थाना प्रभारी शैलेन्द्र तोमर ने ऑपइंडिया से बताया कि आरोपित ड्राइवर को हिरासत में ले लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। ड्राइवर का मेडिकल परीक्षण आदि भी करवाया जा रहा है। मामले में वीडियो फुटेज आदि के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई और जाँच जारी है। फिलहाल हालात पूरी तरह से सामान्य हैं और काँवड़ यात्रा सामान्य रूप से जारी है। बताया यह भी जा रहा है कि घटना के समय आरोपित ड्राइवर गाड़ी को व्यक्तिगत कार्य में प्रयोग कर रहा था। उच्चाधिकारियों के साथ वाहन के संबंधित विभाग को भी जानकारी भेज दी गई है।
ऑपइंडिया ने गाड़ी मालिक का पक्ष जानने के लिए उन्हें कॉल किया तो फोन बंद आया। वाहन मालिक का पक्ष आने के बाद उसे खबर में अपडेट किया जाएगा।