पंजाब के मलोट शहर में भाजपा विधायक अरुण नारंग के साथ पिटाई के मामले में चार हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। भाजपा के अबोहर से विधायक अरुण नारंग पर हुए हमले के आरोप में पुलिस ने 20 और आरोपितों की पहचान करके उनके नाम एफआईआर में दर्ज कर दिया है।
इसी मामले में रविवार को राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर ने विधायक पर हुए हमले की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस मामले में सरकार की ओर से की जा रही कार्रवाई की रिपोर्ट भी माँगी है।
पंजाब पुलिस ने 28 मार्च को भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू-सिधूपुर) के मुख्तार के अध्यक्ष सुखदेव सिंह और 26 अन्य लोगों के खिलाफ मलोट शहर में भाजपा विधायक अरुण नारंग की हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, घटनास्थल पर मौजूद कथित प्रदर्शनकारियों ने नारंग पर उस वक्त हमला किया, जब वह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए गए थे।
जैसे ही वह अपनी कार से बाहर निकले, अरुण नारंग की बेरहमी से पिटाई की गई और उनके कपड़े फाड़ दिए गए। घटनास्थल पर मौजूद भाजपा कार्यकर्ता और पुलिस ने उन्हें किसी तरह बचाया और प्राथमिक उपचार के लिए सिविल अस्पताल अबोहर ले गए।
जब ऑपइंडिया ने विधायक नारंग से बात की, तो उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और पार्टी कानून के अनुसार आवश्यक कार्रवाई करेगी। बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने दावा किया है कि किसान हमले के पीछे नहीं थे।
पंजाब पुलिस ने BKU के अब तक सुरजीत सिंह, नेम पाल सिंह, बलदेव सिंह (बोधिवाला खरक गाँव) और गुरमीत सिंह (खान कलां) के रूप में पहचान किए गए चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि शेष आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। शनिवार को पाँच किसान नेताओं सहित जिन सात लोगों को नामजद किया गया था वह सभी अभी फरार हैं।