भारत में फेक न्यूज़ फैलाने वाले कई वामपंथी सोशल मीडिया हैंडलों पर रोक लगा दी गई है। ये कार्रवाई ट्विटर ने की है। वामपंथी मीडिया पोर्टल ‘द कारवाँ इंडिया’, अभिनेता सुशांत सिंह, संजुक्ता, मोहम्मद आसिफ खान, हंसराज मीणा, आरती और संयुक्त किसान मोर्चा सहित कई हैंडलों पर रोक लगा दी गई।
कार्रवाई ट्विटर ने की है, लेकिन गिरोह विशेष का क्रंदन चालू हो गया है – मोदी सरकार के खिलाफ। ऑपइंडिया के वरिष्ठ संवाददाता ने इस दौरान अलग-अलग लोगों से मिल कर जाना कि आखिर वो क्या सोच रहे हैं।
हम सबसे पहले पहुँचे कॉन्ग्रेस के भावी अध्यक्ष राहुल गाँधी के पास, जिन्होंने ट्विटर की इस हरकत पर बयान देते हुए कहा, “ये पूँजीपतियों का बजट है। ये गरीब विरोधी बजट है। इससे किसानों पर बड़ी मार पड़ी है। करदाताओं को कुछ नहीं मिला है। बजट में केवल अम्बानी-अडानी का ख्याल रखा गया है। पीएम मोदी ने देश बेच दिया। सारी सरकारी कंपनियाँ बेच दी गईं। ये बजट उद्योगपतियों के लिए है।”
पास खड़े रणदीप सुरजेवाला ने राहुल गाँधी को याद दिलाया कि उन्होंने दूसरा बयान पढ़ दिया है, जो पिछले 7 वर्षों से बजट के दौरान वो पढ़ते आए हैं। अकचकाने के बाद राहुल गाँधी ने इसे ‘लोकतंत्र की हत्या’ बताते हुए आगे कुछ कहने से इनकार कर दिया।
इसके बाद हम सीधा नासा के तकनीक से लैस AltNews के दफ्तर पहुँचे, जहाँ एकदम मातम का माहौल था। प्रतीक हाथ में कंघी लिए आईने के सामने खड़े मिले तो हम भी बयान के लिए लपक लिए।
उन्होंने अपनी टीम के द्वारा इन्वेस्टीगेशन के बाद निकाली गई कुछ तस्वीरें दिखा कर दावा किया कि अमित शाह ने ट्विटर के CEO जैक के दफ्तर को हाईजैक कर लिया है। हमने देखा कि तस्वीरों में अमित शाह सचमुच कुछ लोगों के साथ कम्प्यूटर सिस्टम पर बैठे हुए हैं और उन्हें निर्देशित कर रहे हैं। प्रतीक ने आगे कहा कि अमित शाह संघियों के साथ ट्विटर के दफ्तर में घुस कर ये हेराफेरी कर रहे हैं।
इस तस्वीर की पुष्टि करते हुए सलीम यादव ने अपने शब्दों को दाँत से चबा कर जीभ से चाटते हुए कहा, “जैसा कि आप देख सकते हैं, अमित शाह के साथ इस तस्वीर में 15 लोगों के उपस्थित होने की बात कही जा रही है। 5 और 1 में से 5 रहने दीजिए और दोनों का योग कर के आए 6 नामक संख्या को 5 के बाद रख दीजिए। ये 56 बन जाता है। बड़ी ही अशुभ संख्या है।” आगे के शब्दों को सलीम यादव चबा कर खुद ही घोंट गए, जो हमें समझ नहीं आया।
Only thing missing in this SS is a background song… Hum Dekhenge… pic.twitter.com/MBGmGOhiOu
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) February 1, 2021
इस आरोप की पुष्टि आशुतोष और उदित राज ने भी की है। जब हम वहाँ पहुँचे तो कॉन्ग्रेस अध्यक्ष के प्रबल दावेदार उदित राज अपने मित्र आशुतोष के साथ कौवों को दाना खिला रहे थे। हमारे देखते ही आशुतोष जोर-जोर से रोने लगे और अपना बयान देने लगे, लेकिन जब हमने कहा कि हमारे पास कैमरा नहीं है तो उन्होंने बयान देने से इनकार कर दिया। चूँकि जल्द ही गिद्धों की सभा होनी थी, वो वहाँ के लिए चलते बने।
गिद्धों की सभा में तो हम नहीं गए, लेकिन वहाँ से कुप्ता और बाजदीप को निकलते हुए ज़रूर देखा। अभी तक किसान नेताओं ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है कि जैक के दफ्तर के हैक होने का सम्बन्ध तीनों कृषि कानूनों से है या नहीं। हाँ, कुछ ने दबी जुबान में ये ज़रूर कहा कि ये CAA और NRC का पहला कदम है, जिसके तहत पहले सोशल मीडिया से नागरिकता जाएगी और फिर उन्हें देश से बाहर निकाल दिया जाएगा।