हिंदुस्तान-पाकिस्तान के बीच सीमा पर बढ़ते तनाव और कश्मीर में भी हिंदुस्तानी सुरक्षा बलों की गतिविधि का असर सोशल मीडिया पर भी दिखने लगा है। पाकिस्तान की क्रिकेट टीम के कप्तान सरफ़राज़ अहमद ने सोशल मीडिया पर ऐसा उकसावे वाला ट्वीट किया, जिसका साफ़ मकसद हिंदुस्तान की बहुसंख्य आबादी हिन्दुओं को भड़काना था। लेकिन ANI की सम्पादक स्मिता प्रकाश ने उलटे उन्हीं की चुटकी ले डाली।
‘बछड़े कुर्बान होने को बेताब’
सरफ़राज़ अहमद ने कल रात ट्वीट किया कि उनके बछड़े ईद-ए-कुर्बान पर कुर्बान होने के लिए ‘तैयार’ और ‘बेचैन’ हैं। साथ में उन्होंने एक तबेले में बँधे गौवंश की तस्वीर भी डाली।
Tayyariyan mukammal hain..
— Sarfaraz Ahmed (@SarfarazA_54) August 3, 2019
Stage set hai.. Eid_e_Qurban Ka intizar
Qurban hone ko hamarey bachrey bhi tayyaar aur beytaab hain
Allah tala sab ki qurbani aur tayyariyan qubool farmaye. pic.twitter.com/5EXTGnddAe
यह साफ़ तौर पर हिन्दुओं को भड़काने और उकसाने के लिए की गई हरकत थी। पाकिस्तान और उनके द्वारा समर्थित हिंदुस्तानी जिहादी अक्सर हिन्दुओं (हिंदुस्तान के भी, और खुद अपने यहाँ के भी) का मज़ाक “गौमूत्र पीने वालों” कहकर उड़ाते हैं। पुलवामा के हमलावर आदिल डार से लेकर पाकिस्तान के नेता तक यही भाषा बोल चुके हैं।
इसके अलावा हिन्दुओं की आस्था में गाय के अवध्य होने के कारण भी कई बार कट्टरपंथी इस्लामी केवल हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए गायों की हत्या करते रहते हैं। सरफ़राज़ का ट्वीट भी उसी भावना से लिखा गया प्रतीत होता है, जिसमें अपने मज़हब के त्यौहार की ख़ुशी मनाना नहीं, हिन्दुओं को नीचा दिखाना अलसी मकसद मालूम होता है।
‘गाय ने बताया या बछड़े से बात कर लेते हो?’
सरफ़राज़ अहमद की इस हरकत की प्रतिक्रिया में समाचार एजेंसी ANI की सम्पादक और पत्रकार स्मिता प्रकाश ने सरफ़राज़ अहमद से पूछा कि उन्हें कैसे पता बछड़ा अपना गला रेते जाने (हलाल होने) के लिए ‘बेताब’ है। उन्होंने क्या बछड़े से पूछा, या गाय ने उन्हें बताया?
Did the cow tell you that? Or did you converse with the calves? https://t.co/XYQVhsYg1U
— Smita Prakash (@smitaprakash) August 4, 2019