Saturday, December 21, 2024
Homeविविध विषयकला-साहित्यउत्तराखंड का गाँव, 5 लोगों का परिवार, डेढ़ कमरे का घर… 51+ स्कूलों में...

उत्तराखंड का गाँव, 5 लोगों का परिवार, डेढ़ कमरे का घर… 51+ स्कूलों में लॉन्च हुआ ‘अजय टू योगी आदित्यनाथ’ ग्राफिक नॉवेल, अमेज़न पर बेस्टसेलर

पहले लेखक ने अपने प्राथमिक शोध के आधार पर सभी पृष्ठों की स्टोरीबोर्डिंग की। संवादों के साथ-साथ उन्होंने कलाकारों को संभावित रूपरेखा का सुझाव दिया।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 51वें जन्मदिन के अवसर पर 51 से भी अधिक स्कूलों ने बुक लॉन्च कर ‘एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ में अपना नाम दर्ज कराया है। इस पुस्तक का नाम है ‘अजय टू योगी आदित्यनाथ’, जो यूपी सीएम के जीवन पर लिखा गया ग्राफिक उपन्यास है। इसने अब ‘एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ बना दिया है। प्रसिद्ध लेखक शांतनु गुप्ता, जिन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर दो बेस्टसेलर शीर्षक लिखे हैं, ने युवा पाठकों के लिए अपना नया ग्राफिक उपन्यास – ‘अजय टू योगी आदित्यनाथ’ लॉन्च किया।

योगी आदित्यनाथ के 51वें जन्मदिन 5 जून को उत्तर प्रदेश के 51+ स्कूलों में ग्राफिक उपन्यास लॉन्च किया गया। लेखक शांतनु गुप्ता लखनऊ के ‘सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल’ में सैकड़ों बच्चों सहित कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद, विधायक राजेश्वर सिंह, तूलिका रानी व अन्य अतिथियों के साथ उपस्थित थे। योगी सरकार में युवा शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने भी वीडियो के माध्यम से अपना संदेश भेजा। साथ ही इस रिकॉर्ड लॉन्च में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के 51+ स्कूलों में 5000 से अधिक बच्चों ने किताब लॉन्च की।

यह पहली बार था कि एक किताब को कई स्थानों पर एक साथ इतने प्रतिभागियों के साथ लॉन्च किया गया, और वो भी बच्चे। इस व्यापक लॉन्च ने ‘एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ क़ायम किया। जब ऑपइंडिया ने लेखक शांतनु से संपर्क किया, तो उन्होंने अपने नए ग्राफिक उपन्यास के बारे में बारीक जानकारी साझा की। शांतनु ने बताया कि ‘अजय से योगी आदित्यनाथ तक’ उत्तराखंड के सुदूर गाँव में पैदा हुए एक युवा लड़के अजय सिंह बिष्ट की यात्रा है।

उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट एक जूनियर वन अधिकारी थे और माता सावित्री देवी एक गृहिणी थीं। अजय को बचपन से ही परिवार की गायों की देखभाल करने, स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियाँ सुनने और स्कूल की बहस में भाग लेने का शौक था। वे सभी आज के उत्तराखंड में पंचूर नाम के एक सुदूर गाँव में डेढ़ कमरे के घर में रहते थे। यहीं से आगे चलकर अजय गोरखनाथ मठ के महंत बने, भारत की संसद के सबसे कम उम्र के सदस्य और भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।

लेखक ने आगे कहा कि ‘अजय टू योगी आदित्यनाथ’ हर छात्र के अनुसरण करने और प्रेरणा लेने के लिए धैर्य, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत की कहानी है। शांतनु गुप्ता ने बताया कि वह इस कहानी को उन प्रेरक क़िस्सों व उपाख्यानों के माध्यम से बता रहे हैं, जिन्हें उन्होंने अलग-अलग लोगों के साथ अपनी बातचीत के दौरान सुना और आलेखित किया। ये वो लोग हैं जो योगी आदित्यनाथ के जीवन का वर्षों तक हिस्सा रहे।

इनमें उनके पिता दिवंगत आनंद सिंह बिष्ट, उनकी माँ सावित्री देवी, पंचूर गाँव के उनके दोस्त, कोटद्वार और ऋषिकेश में उनके कॉलेज के सहपाठी और शिक्षक और उनके साथ के विभिन्न साथी संत और नेता शामिल हैं। लेखक ने कहा कि वो उन सभी को धन्यवाद देना चाहते हैं, जिन्होंने योगी आदित्यनाथ की जीवन-कथा को आप सभी के सामने लाने में उन्हें सक्षम बनाया। इस ग्राफिक उपन्यास का प्रत्येक पृष्ठ एक विस्तृत साहित्यिक और कलात्मक यात्रा से गुजरा है।

उन्होंने बताया, “पहले मैंने अपने प्राथमिक शोध के आधार पर सभी पृष्ठों को स्टोरीबोर्ड किया। संवादों के साथ, मैंने संभावित लेआउट का भी सुझाव दिया। वहाँ से कलाकारों ने काम शुरू किया। पहले कलाकार ने पेज लेआउट के अनुमान के लिए रफ थंबनेलिंग की, फिर सावधानीपूर्वक पेंसिल आर्ट वर्क किया – जो एस पुस्तक की यात्रा का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा, फिर उसकी बाउंड्री की, पैनलिंग की, संवाद जोड़े और फिर उसे रंगों से भरा।”

टीम के सदस्यों के बीच प्रत्येक पैनल, प्रत्येक पृष्ठ, और प्रत्येक संवाद के लिए विस्तृत समीक्षा और फीडबैक लूप चलते रहे। साहित्य प्रेमियों के लिए, शांतनु ने विस्तृत साहित्यिक और कलात्मक यात्रा के बारे में बताया, जिससे ग्राफिक उपन्यास पिछले एक साल में गुजरा है। पहले लेखक ने अपने प्राथमिक शोध के आधार पर सभी पृष्ठों की स्टोरीबोर्डिंग की। संवादों के साथ-साथ उन्होंने कलाकारों को संभावित रूपरेखा का सुझाव दिया।

फिर इसके बाद कलाकारों और डिजाइनरों की टीम – नितेश कुशवाहा, आकाश जायसवाल और पल्लवी सक्सेना ने काम संभाला। पहले कलाकारों ने पृष्ठ लेआउट के अनुमान के लिए थंबनेलिंग की, फिर उन्होंने सावधानीपूर्वक पेंसिल कला का काम किया, फिर उन्होंने इसे बाउंड्री दी, पैनलिंग की, संवाद जोड़े और फिर रंग। टीम के सदस्यों के बीच प्रत्येक पैनल, प्रत्येक पृष्ठ और प्रत्येक संवाद के लिए विस्तृत समीक्षा और फीडबैक लूप चलाए पुस्तक को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए पुस्तक के अंत में योगी आदित्यनाथ पर कई पहेलियाँ और खेल भी हैं।

पुस्तक में क्यूआर कोड पाठकों को एक वेबसाइट पर ले जाएगा, जहाँ युवा पाठक योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश के बारे में अधिक जानने के लिए 100+ गेम और पहेलियाँ खेल सकते हैं। इस रिकॉर्ड लॉन्च में उत्तर प्रदेश के सभी चार क्षेत्रों – वेस्ट यूपी, पूर्वांचल, बुंदेलखंड और अवध क्षेत्र के स्कूल शामिल हुए। उत्तर प्रदेश के अग्रणी स्कूल जैसे लखनऊ और खुशीनगर से जयपुरिया स्कूल, गाजियाबाद से दिल्ली पब्लिक स्कूल और विद्या बाल भवन, वाराणसी से सनबीम स्कूल और सेंट जेवियर्स हाई स्कूल, प्रयागराज से सेंट जोसेफ स्कूल, जेपी इंटरनेशनल स्कूल, सर्वोत्तम और गौतम से मानव रचना बुध नगर, आरएनएस वर्ल्ड स्कूल झांसी, केएल इंटरनेशनल और मेरठ से आईआईएमटी स्कूल, बुलंदशहर से अल्पाइन पब्लिक स्कूल, मुजफ्फरनगर से माउंट लिटेरा जी स्कूल, गोरखपुर से अभ्युदय पब्लिक स्कूल, बहराइच से गुरु कृपा स्कूल, अयोध्या से टिनी टीओटीएस कुछ नाम हैं। स्कूलों की लंबी सूची, जिन्होंने उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन मनाया।

पूर्व में शांतनु गुप्ता ने योगी आदित्यनाथ पर दो बेस्टसेलिंग टाइटल लिखे हैं- ‘द मोंक हू बिकेम चीफ मिनिस्टर’ और ‘द मॉन्क हू ट्रांसफॉर्मेड उत्तर प्रदेश’। अब उन्होंने विशेष रूप से बच्चों के लिए यूपी के मुख्यमंत्री पर एक प्रेरणादायक ग्राफिक उपन्यास लिखा है- ‘अजय टू योगी आदित्यनाथ’। किताब पहले से ही अमेज़न पर बेस्टसेलर में रैंकिंग कर रही है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘शायद शिव जी का भी खतना…’ : महादेव का अपमान करने वाले DU प्रोफेसर को अदालत से झटका, कोर्ट ने FIR रद्द करने से...

ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग को ले कर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले एक प्रोफेसर को दिल्ली हाईकोर्ट ने राहत देने से इनकार कर दिया है।

43 साल बाद भारत के प्रधानमंत्री ने कुवैत में रखा कदम: रामायण-महाभारत का अरबी अनुवाद करने वाले लेखक PM मोदी से मिले, 101 साल...

पीएम नरेन्द्र मोदी शनिवार को दो दिवसीय यात्रा पर कुवैत पहुँचे। यहाँ उन्होंने 101 वर्षीय पूर्व राजनयिक मंगल सेन हांडा से मुलाकात की।
- विज्ञापन -