देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अयोध्या पहुँची। राष्ट्रपति ने सबसे पहले हनुमानगढ़ी में दर्शन किए। वहाँ पूजा-अर्चना के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रामलला के दर्शन करने पहुंचीं। इससे पहले महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राष्ट्रपति का स्वागत किया। राष्ट्रपति के अयोध्या आगमन को लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से खास तैयारी की गई। राम जन्मभूमि परिसर और हनुमान गढ़ी पर फूलों से द्वार सजाए गए। यही नहीं, मंदिर तक पहुँचने के रास्ते को भी सजाया गया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रामलला के दर्शन किए। राष्ट्रपति के दर्शन का वीडियो एएनआई ने जारी किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आगमन के समय मंदिर में आम भक्तों की एंट्री बंद रखी गई।
अयोध्या पहुँची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सरयू घाट का भी दौरा किया। यहाँ वो सांध्य आरती में भी शामिल हुईं।
#WATCH | Ayodhya: President Droupadi Murmu performs aarti at Sarayu Ghat. pic.twitter.com/UEvTTXqyLo
— ANI (@ANI) May 1, 2024
इससे पहले, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सबसे पहले हनुमान गढ़ी में दर्शन किए। उन्होंने हनुमान जी के दर्शन के बाद रामलला के आशीर्वाद लिए।
#WATCH | President Droupadi Murmu offers prayers at Hanuman Garhi temple in Uttar Pradesh's Ayodhya pic.twitter.com/p0tywa1PoC
— ANI (@ANI) May 1, 2024
बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन वो किन्हीं कारणों से पहुँच नहीं पाई थी। इस बात को राहुल गाँधी और कॉन्ग्रेस ने मुद्दा बनाया और तमाम रैलियों, प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि द्रौपदी मुर्मू को इसलिए नहीं बुलाया गया, क्योंकि वो जनजातीय समुदाय से तालुक रखती हैं।
गौरतलब है कि 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूजन बाद 5 वर्षीय रामलला की दिव्या प्रतिमा अयोध्या में स्थापित की गई थी। इसके बाद से अब तक डेढ़ करोड़ लोग से अधिक लोग रामलला के दर्शन कर चुके हैं। देश के कई राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और वहां के कैबिनेट मंत्री भी रामलला के दर्शन कर चुके हैं।