22 जनवरी 2024 को अयोध्या के भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है। उससे पहले आम लोगों को ‘अक्षत निमंत्रण’ भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है। अयोध्या में 1 जनवरी 2024 को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने खुद इस अभियान की अगुवाई की।
ढोल नगाड़ों की ध्वनि के बीच चंपत राय अयोध्या की गलियों में आम जन को अक्षत निमंत्रण देते देखे गए। इसका एक वीडियो सामने आया है। इसमें लोग पुष्प बरसाकर राय का स्वागत कर रहे हैं। उनकी आरती उतार रहे हैं। इस दौरान कुछ लोगों ने उन्हें पुष्पमाला पहनाने की भी कोशिश की। लेकिन उन्होंने आग्रहपूर्वक इससे इनकार कर दिया।
#WATCH | On the 'Akshat' invitation, Champat Rai, General Secretary of Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra says, "Our workers are visiting every colony, temple in the country to distribute 'Akshat' urging people to gather in their neighbourhood temples to take part in the… pic.twitter.com/sRyAa3ETYT
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 1, 2024
इस दौरान लोगों को पूजित अक्षत, भगवान राम का चित्र और एक पत्रक दिया गया। इस पत्रक में आम लोगों को बताया गया है कि कैसे 22 जनवरी को अयोध्या आए बिना भी वे प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का हिस्सा बन सकते हैं। अक्षत निमंत्रण देश के गाँव-गाँव में भेजने का लक्ष्य रखा गया है। अयोध्या में चंपत राय के साथ चल रहे समूह ने जय श्रीराम के जयकारे के साथ इस अभियान को आगे बढ़ाया।
इस दौरान चंपत राय ने बताया, “संपूर्ण भारत में, गाँव में, घर-घर में, कार्यकर्ता मकर संक्रांति तक मंदिर में पूजित अक्षत लेकर जाएँगे। साथ ही राम मंदिर का फोटो भी ले जाएँगे। लोगों से यह अनुरोध किया जाएगा कि वह पास के मंदिर में एकत्र होकर उत्सव मनाएँ।” उन्होंने लोगों से इस कार्यक्रम को टीवी पर देखने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है कि प्राण-प्रतिष्ठा वाले दिन लोग दिवाली मनाएँ।
अक्षत के रूप में भेजा जाएगा प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण
प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण देश के 5 लाख गाँवों तक जाना है। इसके लिए देश के 50 प्रमुख केंद्रों से नवंबर में लोगों को अयोध्या बुलाया गया था। ये लोग अयोध्या से ‘अक्षत’ लेकर इन केंद्रों तक गए हैं। इन्हीं केंद्रों से प्राण-प्रतिष्ठा के लिए निमंत्रण के रूप में अक्षत 5 लाख गाँवों में वितरित किया जाएगा। 22 जनवरी को इन गाँवों में लोगों को अपने देवस्थल में एकत्र होने को कहा जाएगा। वहाँ वे एक साथ प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम लाइव देख सकेंगे।
गौरतलब है कि यह अक्षत कई शहरों में पहुँच चुके हैं जहाँ कार्यकर्ता इन्हें बाँट रहे हैं। घर-घर जाकर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी समारोह का निमंत्रण अक्टूबर 2023 में दिया गया था।