दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला परिसर में ‘लव कुश कमेटी’ की तरफ से आयोजित हो रही मशहूर रामलीला में इस बार केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे खास रहे। उन्होंने मर्यादा पुरुषोत्तम राम के गुरु महर्षि विश्वामित्र का किरदार निभाया।
बक्सर के सांसद ने इस दौरान महर्षि विश्वामित्र से अपने कनेक्शन के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि उनकी कर्मभूमि बक्सर ऐसा पावन स्थल है जहाँ खुद महर्षि विश्वामित्र ने अपना आश्रम बनाया था। इस वजह से उन्होंने रामलीला में गुरु विश्वामित्र का पात्र निभाने पर खुद को भाग्यशाली कहा। अश्विनी कुमार चौबे मोदी सरकार में केंद्रीय उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण के अलावा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मामलों के राज्य मंत्री हैं।
रामलीला में महर्षि विश्वामित्र जी का अभिनय निभाना, बिहार के बक्सर से सांसद होने के नाते ये और भी खास हो जाता है, बक्सर महर्षि विश्वामित्र की तपस्थली है… pic.twitter.com/jpG7WVvWdR
— Ashwini Kr. Choubey (@AshwiniKChoubey) October 18, 2023
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने आगे कहा कि बिहार के बक्सर से सांसद होने के नाते रामलीला में महर्षि विश्वामित्र जी का किरदार निभाना और भी खास हो जाता है। बक्सर महर्षि विश्वामित्र की तपोस्थली है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये भगवान विष्णु के प्रथम मनुज अवतार वामनावतार का स्थल है। उन्होंने कहा कि बक्सर की पावन भूमि पर पहुँच कर भगवान विष्णु के मानव अवतार श्रीराम ने गुरु विश्वामित्र के मार्गदर्शन में ताड़का राक्षसी का वध किया था।
केंद्रीय मंत्री ने ये भी कहा कि ये मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की पहली कर्मभूमि है। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय संस्कृति को रामलीला मंचन के जरिए नई पीढ़ी तक पहुँचाने की परंपरा अति सराहनीय है। उन्होंने कहा इससे युवा अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ते हैं। इस मंचन से पूरी दुनिया ये संदेश जाएगा कि भगवान राम को उनके गुरु विश्वामित्र ने अच्छी शिक्षा दी थी।
उन्होंने कहा कि बीते 9 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बक्सर का सर्वांगीण विकास हुआ है। बक्सर पर्यटन के नजरिये से भारत सहित दुनिया के नक्शे में पर पहचाने जाना लगा है।
केंद्रीय मंत्री चौबे ने कहा कि बक्सर के रामायण सर्किट से जुड़ने और भारत की कई दिशाओं से सैलानी यहाँ पहुँचे हैं। गंगा में बड़े क्रूज के चलने से बड़ी संख्या में विदेशी सैलानियों को इस जगह के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व को जानने मौका मिला। बक्सर के चारों तरफ सड़कों का जाल बिछने से सैलानियों को पटना से वाराणसी आने में सुविधा हुई। उन्होंने आगे कहा कि रामलीला में अभिनय करने का उद्देश्य भी यही है कि बक्सर के बारे में पूरी दुनिया और युवा पीढ़ी को जानकारी मिले।
उन्होंने कहा कि दुनिया तेजी से आधुनिकता की तरफ बढ़ रही है, इस वजह से पर्यटन के जरिए रोजगार के नए दरवाजे खुल रहे हैं। ऐसे में बक्सर के बारे में अधिक से अधिक प्रचार करने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इस दौरान उन्होंने बॉलीवुड के कलाकारों मुकेश ऋषि और ब्रजेन्द्र काला के साथ हुई आत्मीय मुलाकात के बारे में भी बताया।