Sunday, December 22, 2024
Homeविविध विषयधर्म और संस्कृतिलंका के जिस अशोक वाटिका में कैद थीं माता सीता, वहीं बन रहा है...

लंका के जिस अशोक वाटिका में कैद थीं माता सीता, वहीं बन रहा है उनका भव्य मंदिर: सरयू से भेजा जाएगा पवित्र जल, बोला राम मंदिर ट्रस्ट – मजबूत होंगे संबंध

उत्तर प्रदेश राज्य सरकार ने अयोध्या में अधिकारियों को श्रीलंका में मंदिर को पवित्र सरयू जल की आपूर्ति करने की अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान करने का निर्देश दिया है।

अयोध्या में सरयू नदी का जल श्रीलंका में बन रहे सीता माता के मंदिर के अभिषेक समारोह के लिए भेजा जाएगा। राम मंदिर ट्रस्ट और अयोध्या जिला प्रशासन ने सीता अम्मा मंदिर के निर्माण के पीछे के लोगों के अनुरोध पर पवित्र जल उपलब्ध कराने का वादा किया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह समारोह 19 मई को होने वाला है। उत्तर प्रदेश राज्य सरकार ने अयोध्या में अधिकारियों को श्रीलंका में मंदिर को पवित्र सरयू जल की आपूर्ति करने की अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान करने का निर्देश दिया है।

जानकारी के मुताबिक, अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब श्रीलंका में माता सीता का विशाल मंदिर बन रहा है। इस मंदिर में सीता अम्मा की 19 मई को प्राण प्रतिष्ठा होने है, जिसके लिए अयोध्या की पवित्र सरयू नदी का जल श्रीलंका भेजा जाएगा। पवित्र सरयू नदी का जल मँगाने के लिए श्रीलंका के प्रतिनिधिमंडल की ओर से उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को पत्र लिखा था और माँ जानकी की मूर्ति की प्रतिष्ठा के लिए जल भेजने का अनुरोध किया था। उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र मिलने के बाद सरकार ने पर्यटन विभाग को जल भेजने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

श्रीराम मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि इस पहल से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत होंगे और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने में इसके महत्व पर जोर देते हुए इस पहल की सराहना की है। इस बारे में अयोध्या तीर्थ विकास परिषद के सीईओ संतोष कुमार शर्मा ने कहा कि श्रीलंका में सीता अम्मा मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। सीता अम्मा मंदिर में माँ जानकी की प्राण प्रतिष्ठा का उद्देश्य दोनों देशों के दिलों को एकजुट करना है।

न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, सीता अम्मन मंदिर श्रीलंका के नुवारा एलिया इलाके में है। यहाँ नुवारा एलिया इलाके से पाँच किलोमीटर दूर सीता एलिया गाँव में ये मंदिर बनकर लगभग तैयार हो चुका है। माना जाता है कि यही जगह रामायण में अशोक वाटिका के नाम से थी, जहाँ माता सीता को अपहरण के बाद रावण ने बंदी बनाकर रखा था। सीता एलिया आज इस जगह का नाम है।

इससे पहले, 23 अप्रैल 2024 को श्रीलंका के प्रधान मंत्री दिनेश गुणवर्धने और भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले ने नुवारा एलिया में सीता मंदिर (सीता एलिया) के लिए एक विशेष स्मारक कवर जारी किया था। इस खास मौके पर इस ऐतिहासिक मंदिर में एक ध्यान केंद्र की आधारशिला भी रखी गई थी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बाल उखाड़े, चाकू घोंपा, कपड़े फाड़ सड़क पर घुमाया: बंगाल में मुस्लिम भीड़ ने TMC की महिला कार्यकर्ता को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, पीड़िता ने...

बंगाल में टीएमसी महिला वर्कर की हथियारबंद मुस्लिम भीड़ ने घर में घुस कर पिटाई की। इस दौरान उनकी दुकान लूटी गई और मकान में भी तोड़फोड़ हुई।

जिस कॉपर प्लांट को बंद करवाने के लिए विदेशों से आया पैसा, अब उसे शुरू करने के लिए तमिलनाडु में लोग कर रहे प्रदर्शन:...

स्टरलाइट कॉपर प्लांट के बंद होने से 1,500 प्रत्यक्ष और 40,000 अप्रत्यक्ष नौकरियाँ चली गईं। इससे न केवल स्थानीय लोगों पर असर पड़ा, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी बड़ा प्रभाव हुआ।
- विज्ञापन -