अयोध्या के भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है। उससे पहले उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा फैसला किया है। इसके तहत अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस क्षेत्र में पहले से मौजूद दुकानें शिफ्ट की जाएँगी।
शराबबंदी के इस फैसले के बारे में उत्तर प्रदेश के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने श्री राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से मुलाकात के दौरान जानकारी दी। उन्होंने बताया कि श्रीराम मंदिर क्षेत्र पहले से ही मद्य निषेध क्षेत्र है। अब सरकार ने 84 कोसी परिक्रमा क्षेत्र को भी मद्य निषेध के दायरे में लाने का निर्णय किया है।
अग्रवाल ने बताया कि इस संबंध में आबकारी विभाग को निर्देश दिए जा चुके हैं। परिक्रमा क्षेत्र में मौजूद शराब की दुकानें शिफ्ट की जाएंगी। 84 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में अयोध्या के साथ-साथ फैजाबाद, बस्ती, अंबेडकर नगर, सुल्तानपुर का भी इलाका आता है। जानकारी के मुताबिक इस क्षेत्र में शराब की 500 से अधिक दुकानें हैं। सभी दुकानें बंद कर दी गईं हैं।
#WATCH | Lucknow: UP Excise and Prohibition Minister Nitin Agarwal says, "It was our decision as per the instructions by CM that we prohibit liqour sale on the 84 Kosi Parikrama Marg. We have shifted the shops alloted there and we have completely prohibitted liqour sale on that… pic.twitter.com/N84znfjBr7
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 28, 2023
बताते चलें कि सीएम योगी ने अयोध्या यात्रा के दौरान ऐसा करने के संकेत दे दिए थे। सीएम योगी कहा था कि यह एक धार्मिक नगरी है, इसलिए जनभावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए। यहाँ माँस और शराब का सेवन प्रतिबंधित होना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा था कि ‘धर्मनगरी’ अयोध्या शहरी विकास का मॉडल होगी। यहाँ 24 घंटे सात दिन पीने का पानी लोगों को मुहैया करवाया जाएगी। सीएम योगी ने विकास के कई कामों की समीक्षा के दौरान कहा कि अयोध्या आने वाले हर एक भक्त को यहाँ से मन में शांति, संतोष और आनंद के साथ लेकर वापस जाना चाहिए।
गौरतलब है यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ गुरुवार (28 दिसंबर,2023) को भी अयोध्या के दौरे पर हैं। अब अयोध्या रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर ‘अयोध्या धाम जंक्शन’ कर दिया गया है। श्रीराम जन्मभूमि परिसर में चारों वेदों की सभी शाखाओं का पारायण और यज्ञ अनवरत चल रहा है। देश के सभी प्रांतों से मूर्धन्य वैदिक विद्वानों और यज्ञाचार्यों को इस अनुष्ठान में सम्मिलित होने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास द्वारा आमंत्रित किया जा रहा है। ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट ने बताया है कि यह अनुष्ठान प्राण-प्रतिष्ठा तक अनवरत चलता रहेगा।