अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की तैयारियाँ शुरू हो चुकी हैं। 5 अगस्त 2020 को भूमि पूजन तय हुआ है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे। राम मंदिर शिलान्यास के पूजन की ज़िम्मेदारी उत्तर प्रदेश, कुशीनगर के रहने वाले प्राध्यापक विनय कुमार पाण्डेय को सौंपी गई है। इसमें दो अन्य पंडित भी उनका सहयोग करने वाले हैं। रामचंद्र पाण्डेय और रामनारायण द्विवेदी उनके साथ मिल कर तैयारी कर रहे हैं।
दैनिक जागरण से बातचीत में विनय कुमार पाण्डेय ने इस बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि शिलान्यास संबंधी पूजा का कार्य 3 घंटे लगातार चलने वाला है। लेकिन उन्होंने इसके मुहूर्त के बारे में कुछ नहीं कहा है। विनय मूल रूप से कुशीनगर के विशुनपूरा गाँव के रहने वाले हैं। उनका कहना है कि जब से लोगों को पता चला है कि उन्हें इतनी बड़ी ज़िम्मेदारी मिली है, तब से उनका घर-परिवार बहुत खुश है।
प्रोफेसर विनय का इस विषय पर मानना है कि राम मंदिर का राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय महत्व है। श्रीराम पूरी सनातन संस्कृति के आराध्य हैं और उनकी जन्मभूमि सनातन संस्कृति की धरोहर है। प्रोफेसर विनय का मानना है कि भगवान श्रीराम की कृपा से प्रधानमंत्री मोदी को यह सौभाग्य मिला है।
प्रोफेसर विनय की शुरुआती पढ़ाई गाँव के सरकारी विद्यालय से हुई थी। इसके बाद उन्होंने कठकुइया क्षेत्र स्थित सरस्वती शिशु मंदिर और गोरक्षनाथ संस्कृत विद्यालय से आगे की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया। फ़िलहाल वह विश्विद्यालय के अंतर्गत ज्योतिष विभाग के विभागाध्यक्ष हैं। साथ ही काशी विद्वत परिषद के संगठन मंत्री का पद भी देख रहे हैं।
इसके अलावा ज्योतिष, वास्तु एवं कर्मकाण्ड पर उनके 14 शोध पत्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और 40 राष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित हो चुके हैं। उन्हें तीनों भाषाओं (हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत) की लगभग एक सामान पकड़ है। वह पहले भी प्रधानमंत्री मोदी के महत्वपूर्ण अनुष्ठान कार्यक्रमों में शामिल होते रहे हैं।
ख़बर यह भी है कि राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट का आधिकारिक खाता भी खुलवाया जाएगा। पंजाब नेशनल बैंक में खुलवाए जा रहे इस खाते में सिर्फ विदेशी भक्त ही दान की राशि जमा कर पाएँगे। कुछ दिन पहले हुई ट्रस्ट की बैठक में यह फैसला लिया गया था कि पीएनबी में ट्रस्ट का खाता खोला जाएगा। इसके पहले तक ट्रस्ट का खाता स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में ही था।
एसबीआई के खाते में दान करने वालों को कई तरह के विकल्प दिए गए थे। ई-बैंकिंग के तमाम माध्यमों के ज़रिए दान किया जा सकता है। एसबीआई में इसके कुल 2 खाते मौजूद हैं। पिछले महीने इन्हें भी राम जन्मभूमि ट्रस्ट के खाते से जोड़ दिया गया था। सभी को मिला कर अभी तक इन खातों में कुल 12 करोड़ रुपए की राशि जमा हो चुकी है।