सुशांत सिंह राजपूत मामले में न्याय माँग रहे वकील विभोर आनंद को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सोशल मीडिया रिपोर्ट्स और वकील विभोर आनंद के समर्थकों के अनुसार, 15 अक्टूबर 2020 की दोपहर मुंबई पुलिस साइबर सेल ने उन्हें दिल्ली से गिरफ्तार किया। इसके बाद रात के लगभग 8 बजे मुंबई पुलिस साइबर सेल के अधिकारी उन्हें फ्लाइट से मुंबई लेकर गए थे।
बीते दिन यानी 15 अक्टूबर को ही विभोर ने ट्वीट किया था कि मुंबई पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के लिए उनके आवास पहुँच चुकी है।
So Mumbai Police is finally here to Arrest me. Thanks for this opportunity @AUThackeray. See you soon @CPMumbaiPolice.
— OfficeofVA (@OfficeofVa) October 15, 2020
उनकी गिरफ्तारी किन आरोपों के तहत हुई है यह अभी तक स्पष्ट नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्हें मुंबई स्थित बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के साइबर सेल में हिरासत में रखा जाएगा।
पिछले महीने मुंबई की सिविल कोर्ट ने विभोर आनंद समेत कई लोगों को सुशांत सिंह मामले में अरबाज़ खान का नाम शामिल करने से मना किया था। अदालत की तरफ से यह प्रतिक्रिया ठीक उस वक्त आई थी जब अरबाज़ खान ने सुशांत सिंह राजपूत मामले में अपना नाम घसीटे जाने पर मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके अलावा अभिनेता ने यह भी कहा था कि इस मामले में सोशल मीडिया पर उन्हें लेकर कोई टिप्पणी या विचार नहीं साझा किए।
इन बातों के बावजूद, विभोर आनंद ने कल यानी 15 अक्टूबर को सुशांत सिंह राजपूत मामले में अरबाज़ खान का नाम लिया था। एक लाइव यूट्यूब सेशन में उन्होंने दावा किया कि 7 जून को मुंबई स्थित जुहू के फार्महाउस में एकता कपूर द्वारा आयोजित की गई पार्टी में दिशा सालियान को लाया गया था। इसके बाद विभोर ने आरोप लगाया कि उस पार्टी में अरबाज़ खान, शोविक चक्रवर्ती, आदित्य ठाकरे समेत अन्य कई मौजूद थे।
इसके अलावा भी वकील विभोर आनंद ने कई हैरान कर देने वाले आरोप लगाए जिनका उल्लेख यहाँ नहीं किया जा रहा है क्योंकि उनकी कोई पुष्टि नहीं हुई है। साथ ही अदालत ने भी सुशांत सिंह राजपूत मामले में ‘खान’ नाम का ज़िक्र करने पर रोक लगाई है। लिहाज़ा इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि विभोर आनंद की गिरफ्तारी इस बात के लिए हुई है कि उन्होंने सुशांत सिंह मामले में अरबाज़ खान का उल्लेख किया। हालाँकि उन्होंने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे का भी नाम लिया, यह भी गिरफ्तारी का एक कारण हो सकता है।