Friday, November 15, 2024
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Chhapaak में करनी होगी एडिटिंग, तब होगी रिलीज: कोर्ट ने डायरेक्टर को दिया आदेश

फ़िल्म रिलीज होने के ठीक एक दिन पहले पटियाला कोर्ट ने आदेश ज़ारी किया है। आदेश के अनुसार फिल्म की एडिटिंग करनी होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि फिल्म में एसिड अटैक पीड़िता लक्ष्मी अग्रवाल...

रिलीज से पहले विवादों में घिरी छपाक फ़िल्म के निर्देशक मेघना गुलजार को दिल्ली के पटियाला कोर्ट ने निर्देश जारी किया है। कोर्ट ने कहा है कि फ़िल्म में एसिड अटैक पीड़िता लक्ष्मी अग्रवाल के वकील अर्पणा भट्ट को क्रेडिट दिया जाए, क्योंकि अर्पणा महिलाओं के प्रति हो रहे यौन और शारीरिक हिंसा के ख़िलाफ लड़ाई लड़ रही हैं।

फ़िल्म रिलीज होने के ठीक एक दिन पहले पटियाला कोर्ट ने आदेश ज़ारी किया है। आदेश के अनुसार फिल्म की एडिटिंग करनी होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि फिल्म में एसिड अटैक पीड़िता लक्ष्मी अग्रवाल की वकील रहीं अर्पणा भट्ट को क्रेडिट देना होगा। दरअसल कोर्ट ने वकील अर्पणा भट्ट की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश ज़ारी किया है। वकील अर्पणा के पक्ष में आए फैसले में कोर्ट ने कहा कि फ़िल्म रिलीज के समय फ़िल्म निर्माताओं को अर्पणा की पहचान करवानी चाहिए।

इससे पहले लक्ष्मी अग्रवाल की वकील अपर्णा भट्ट ने फेसबुक पर लिखा था कि वह क्यों नाराज़ हैं? उन्होंने कारण बताया था कि फ़िल्म छपाक के मेकर्स ने उन्हें अपनी फ़िल्म में कोई क्रेडिट नहीं दिया है। उन्होंने ये भी कहा कि वे इस मामले में क़ानून की मदद लेंगी। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि वे दीपिका पादुकोण और बाकी लोगों के बराबरी की नहीं हैं लेकिन इस मामले में वे चुप नहीं बैठेंगी।

इसके बाद उन्होंने दिल्ली के पटियाला कोर्ट में डाली याचिका में कहा था कि उन्होंने एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल का केस वर्षों तक लड़ा, लेकिन इस फ़िल्म में मुझे क्रेडिट नहीं दिया गया है। उन्होंने कोर्ट से फ़िल्म पर रोक लगाने की भी माँग की थी। उनका कहना था कि उन्होंने फ़िल्म छपाक की स्क्रिप्ट में भी काफी मदद की थी। जिस पर फ़िल्म के निर्माता ने उन्हें भरोसा दिया था कि उन्हें क्रेडिट दिया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। छपाक में अपर्णा को क्रेडिट नहीं दिया गया।

लक्ष्मी की वकील अर्पणा भट्ट ने फेसबुक पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए लिखा था कि “छपाक देखने के बाद की घटनाओं से मैं काफ़ी परेशान हूं। मुझे अपनी पहचान को बचाने और अपनी ईमानदारी को बचाए रखने के लिए कानूनी कार्रवाई करने को मजबूर किया गया। एक समय मैंने पटियाला हाउस में लक्ष्मी का प्रतिनिधित्व किया था… कल कोई मेरी प्रतिनिधित्व करेगा… जीवन की अज़ीब बिडम्बना है।

अर्पणा भट्ट द्वारा फेसबुर पर लिखा पोस्ट का स्क्रीनशॉट

महिला वकील ने एक पोस्ट में लिखा, “मैं अपने सभी दोस्तों को धन्यवाद देती हूँ जिन्होंने मेरे योगदान को सराहा और टीम छपाक द्वारा ‘थैंक यू’ न कह पाने को चुनौती दी! मेरी शक्ति बॉलिवुड के इन ताकतवर निर्माताओं के बराबर नहीं है, लेकिन चुप रहने से अन्याय को और बढ़ावा मिलेगा। मैंने इस मामले को अगले स्तर पर ले जाने का फ़ैसला किया है। परिणाम का सामना करने के लिए तैयार हूँ।”


अर्पणा भट्ट द्वारा फेसबुर पर लिखा पोस्ट का स्क्रीनशॉट

इससे पहले, 11 दिसंबर को अपर्णा भट ने फ़िल्म ‘छपाक’ के निर्माण के लिए ख़ुशी ज़ाहिर की थी। इसके लिए भी उन्होंने फेसबुक का सहारा लिया था। उन्होंने लिखा था कि इस केस के ज़रिए बीते 8 वर्षों के दौरान क़ानून में कई तरह के सकारात्मक बदलाव किए गए। इस दौरान, न्यूनतम मुआवज़ा (एसिड अटैक की पीड़िता के लिए) बढ़ा गया, निजी अस्पतालों में मुफ़्त इलाज सुनिश्चित हो गया और अंतत:, एसिड की बिक्री को भी नियंत्रित कर दिया गया। उन्होंने तब इस बात को लेकर ख़ुशी ज़ाहिर की थी कि बॉलीवुड में इस विषय पर फ़िल्म बनेगी। हालाँकि, फ़िल्म देखने के बाद, उन्होंने अपनी राय बदल दी है।


अर्पणा भट्ट द्वारा फेसबुर पर लिखा पोस्ट का स्क्रीनशॉट

बता दें कि फ़िल्म छपाक के चर्चे हर तरफ़ हो रहे हैं। इसकी वजह है दीपिका पादुकोण का दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) जाकर विरोध प्रदर्शन में भाग लेना। सोशल मीडिया पर जहाँ कुछ लोग दीपिका की तारीफ़ कर रहे हैं तो वहीं कुछ छपाक को बॉयकॉट करने की बात भी कर रहे हैं। फ़िल्म छपाक की बात करें तो ये दिल्ली की एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी से प्रेरित है। फ़िल्म में दीपिका पादुकोण संग विक्रांत मैसी, अंकित बिष्ट संग अन्य एक्टर्स हैं। मेघना गुलज़ार के निर्देशन में बनी फ़िल्म छपाक, 10 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज़ होनी है। दीपिका की यह फ़िल्म एसिड अटैक की शिकार लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन और उनके संघर्ष की कहानी पर आधारित है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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