दूरदर्शन आज यानी मंगलवार (15 सितंबर 2020) को अपनी 61वीं सालगिरह मना रहा है। उन ऐतिहासिक दिनों को याद करते हुए जब उस पर रामायण, महाभारत, चित्रहार, देख भाई देख, फौजी, मालगुडी डेज़ जैसे कई शानदार कार्यक्रम आते थे। आज भी वह कार्यक्रम आम लोगों के लिए किसी ‘क्लासिक’ से कम नहीं हैं।
दूरदर्शन ने 61वीं सालगिरह पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, “Celebrating 61 Glorious Years of Doordarshan!!” वीडियो में दूरदर्शन की वही पुरानी परम्परागत ट्यून थी जिसे सुनते हुए पीढ़ियाँ बड़ी हुई हैं। इसके बाद वीडियो में दूरदर्शन का लोगो भी अपनी पुराने शैली में नज़र आता है।
Celebrating 61 Glorious Years of #Doordarshan!! pic.twitter.com/EXNJwKxrAa
— Doordarshan National (@DDNational) September 15, 2020
इस मौके पर सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी ट्वीट करके बधाई दी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “दूरदर्शन अपने जीवन का भाग है। रामायण, महाभारत से लेकर न जाने कितने अच्छे कार्यक्रम दूरदर्शन ने दिए। आज भी भारत का लोक सेवा प्रसारक दूरदर्शन, DDNews, DDKisan, DDBharati, DDNational और DDRetro इतने चैनल्स के द्वारा निरंतर हम सबसे जुड़ा है। Happy #Doordarshanday!”
दूरदर्शन अपने जीवन का भाग है। रामायण, महाभारत से लेकर न जाने कितने अच्छे कार्यक्रम दूरदर्शन ने दिए। आज भी भारत का लोक सेवा प्रसारक दूरदर्शन, DDNews, DDKisan, DDBharati, DDNational और DDRetro इतने चैनल्स के द्वारा निरंतर हम सबसे जुड़ा है।
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) September 15, 2020
Happy #DoordarshanDay ! pic.twitter.com/RLF9D85n2M
इसके अलावा कर्नाटक भाजपा की उपाध्यक्ष शोभा करंदलाजे ने भी दूरदर्शन की 61वीं सालगिरह के मौके पर शुभकामनाएं दी। साथ ही दूरदर्शन की अभूतपूर्व सेवाओं के लिए आभार भी जताया।
Happy Birthday @DDNational!
— Shobha Karandlaje (@ShobhaBJP) September 15, 2020
Thank You for the 61 years of unprecedented service to this great country.
Lot of nostalgic memories, wishing you many more great years ahead!
Keep entertaining India!#Doordarshan https://t.co/n5N3UIpFXt
मशहूर अभिनेता स्वप्निल जोशी जिन्होंने दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाली उत्तर रामायण में कुश का किरदार निभाया था। उन्होंने भी दूरदर्शन के स्थापना दिवस के मौके पर ट्वीट करके बधाई दी।
For me it’s the circle that started it all! Happy bday ! @DDNational https://t.co/nblYuE4xL3
— Swwapnil Joshi | स्वप्नील जोशी (@swwapniljoshi) September 15, 2020
दूरदर्शन के ट्वीट करने के बाद नेटीजन्स ने भी दूरदर्शन से जुड़ी यादों का ज़िक्र किया। तमाम यूज़र्स ने ट्वीट करके अपनी भावनाएं साझा की, कैसे दूदर्शन ने उनके बचपन को एक नया आयाम दिया था।
एक ट्विटर यूज़र ने लिखा, “इस संगीत में मासूमियत और बचपन के सपनों की खुशबू है। जब दुनिया एक ओएस्टर की तरह महसूस होती थी।”
This music is redolent with innocence and dreams of my childhood! When the world truly felt like an oyster. https://t.co/Q3C0knbTJ9
— FreedomTrail Trilha da liberdade (@FreedomSutra) September 15, 2020
एक ट्विटर यूज़र ने लिखा कि दूरदर्शन सिर्फ एक चैनल ही नहीं था बल्कि हर भारतीय परिवार के सदस्य जैसा था। इसके बाद यूज़र ने दूरदर्शन पर आने वाली डॉक्यूमेंट्री, रविवार को आने वाले कार्यक्रम रंगोली और स्वतन्त्रता दिवस के दिन आने वाली परेड की भी प्रशंसा की।
Not just a channel..but a member of every Indian family. Amazing documentaries, Sunday’s Rangoli show..Independence day parade..these things I liked to watch only and only on this channel #Doordarshan @DDNational https://t.co/RdgkDARpOn
— Sandhya (@san9dhya) September 15, 2020
वहीं एक और ट्विटर यूज़र ने लोगों की धारणा बदलने में अहम भूमिका निभाने के लिए दूदर्शन का आभार जताया।
Channel that changed the perception of the country. Great efforts. #doordarshanday #61yearsofdoordarshan @PrakashJavdekar @prasarbharati @DDNational @ddsportschannel @DDNewslive https://t.co/aUyH4Dx5ZK
— Chandramouly Pandey (@Chandupandey07) September 15, 2020
एक ट्विटर यूज़र ने कहा दूरदर्शन एक ऐसी भावना है जो एकता का आभास कराती है।
The only channel that gives us pleasant feeling. Doordarshan is a emotion that remind the unity of the nation. Thank you @DDNational https://t.co/rj4G5RHgXY
— Prabhat Kumar 💫 (@its_meprabhat) September 15, 2020
15 सितंबर 1959 को दूरदर्शन एक प्रयोग की तरह शुरू किया गया था। साल 1965 के दौरान इसे सेवा में तब्दील कर दिया गया। तभी यह सिग्नल के माध्यम से राजधानी दिल्ली के आस-पास लोगों के टेलीवीज़न सेट तक पहुँचा। 1972 के दौरान इन सेवाओं का दायरा बढ़ा कर मुंबई और अमृतसर तक कर दिया गया था। फिर 1975 के दौरान इसकी सेवाएं देश के अन्य शहरों तक भी पहुँची।